अररिया: बैंकों कारोबार की बढ़ोतरी में जीविका के स्वयं सहायता समूह महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं. जीविका द्वारा गठित एसएचजी केंद्रों को बैंकों से जोड़ने के लिए सभी बैंकों को आगे आना चाहिए. उक्त बातें सोमवार को डीडीसी अरशद अजीज ने कही.
डीडीसी स्थानीय निजी होटल में जीविका के तहत आयोजित एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि जीविका परियोजना बैंकों का अच्छा सहयोगी है.
इससे बैंक अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन भी आसानी से कर सकते हैं. मौके पर वरीय उप समाहर्ता बैंकिंग बुद्ध प्रकाश ने कहा कि जीविका के स्वयं सहायता समूह को अगर बैंक उचित मदद दें, तो यह ग्रामीण स्तर पर गरीबी को दूर करने का बड़ा हथियार साबित हो सकता है. जीविका के सहयोग से बैंकों के सामाजिक व व्यावसायिक दोनों पक्ष मजबूत होंगे. मौके पर यूबीजीबी के क्षेत्रीय प्रबंधक मो शोहेब, एलडीएम आरएस मुंडा सहित जीविका, यूबीजीबी व बैंक ऑफ बड़ौदा के सभी शाखा प्रबंधक मौजूद थे.