नीरज अंबष्ट
धनबाद : मुंबई, नयी दिल्ली जैसे बड़े स्टेशनों की तर्ज पर धनबाद स्टेशन में अत्याधुनिक सुरक्षा व्यवस्था लागू होगी. समेकित सुरक्षा व्यवस्था के तहत यात्री से ले कर लगेज तक की जांच होगी. इससे स्टेशन पर आतंकी व नक्सली हमले की संभावना क्षीण होगी.
26 अक्तूबर 2008 को मुंबई स्टेशन पर हुए ब्लास्ट के बाद ही धनबाद स्टेशन में समेकित सुरक्षा व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया गया था. इसके तहत स्टेशन पर मेटल डिटेक्टर डोर फ्रेम, सभी प्लेट फार्म, टिकट काउंटर, वेटिंग रूम, दक्षिणी छोर स्टेशन पर हाइ रेगुलेशन का सीसीटीवी कैमरा, बम डिटेक्शन मशीन, हैंड मेटल डिटेक्टर मशीन, एक्स रे लगेज स्कैनर, नाइट विजन डिवाइस, पार्किग में वेहिकल स्कैनर, वाकी टॉकी, कंट्रोल रूम व स्टेशन परिसर को चहारदीवारी निर्माण मुख्य रूप से शामिल है. इसके लिए एक बार टेंडर निकाला गया था.
लेकिन तकनीकी रूप से कोई कंपनी टेंडर में शामिल नहीं हो पायी. एक बार फिर इसके लिए 12 करोड़ रुपये से ज्यादा का टेंडर निकाला गया है. इस बार पूरी संभावना है कि केंद्रीय प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संचालित कंपनी जिसने दिल्ली में यह सिस्टम लगाया है को टेंडर मिल जाये.
अभी नहीं है कोई ठोस व्यवस्था
धनबाद स्टेशन का सुरक्षा व्यवस्था खस्ता हाल है. यहां पर आरपीएफ पोस्ट व जीआरपी दोनों रहने के बाद भी लगातार घटनाएं होती रहती है. स्टेशन में सात प्लेटफॉर्म है. दूसरे तरफ साउथ साइड स्टेशन बना है. गश्ती के नाम पर एक-दो जवान प्लेटफॉर्म पर कभी कभार घूमते दिखते हैं. रात में यात्री राम भरोसे रहते हैं. मुख्य प्रवेश द्वार पर कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं है. हालांकि, राजधानी, शताब्दी एक्सप्रेस जैसी वीआइपी ट्रेनों के समय ट्रेंड डॉग स्कवायड के जरिये जांच होती है.
समन्वय सुरक्षा प्रणाली के लिए टेंडर निकाला गया है. जिसमें वेह्किल स्कैनर डिटेक्टर से लेकर सीसी टीवी कैमरा तक की व्यवस्था होगी. अनुभवी संवेदक व आरडीएसओ से जांच-परखने के बाद ही इसे स्टेशन पर लगाया जायेगा. बहुत जल्द यह व्यवस्था धरातल पर उतरेगी.
डा. एएन झा, वरीय कमांडेंट, आरपीएफ, धनबाद.