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चिटफंड कंपनियों को खंगालने में जुटी सीबीआइ, सुदीप्त सेन का निवेश सलाहकार हुआ गिरफ्तार

सारधा घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ ने अन्य चिटफंड कंपनियों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है. शनिवार को सारधा मामले में ही लिप्त रहने के आरोप में जांच एजेंसी ने जहां सेलीकॉन प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के निदेशक को गिरफ्तार किया, वहीं एक अन्य चिटफंड कंपनी इन-रियेल्कॉन के नौ ठिकानों पर छापेमारी की. कोलकाता. सीबीआइ […]

सारधा घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ ने अन्य चिटफंड कंपनियों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है. शनिवार को सारधा मामले में ही लिप्त रहने के आरोप में जांच एजेंसी ने जहां सेलीकॉन प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के निदेशक को गिरफ्तार किया, वहीं एक अन्य चिटफंड कंपनी इन-रियेल्कॉन के नौ ठिकानों पर छापेमारी की.

कोलकाता. सीबीआइ ने चिटफंड कंपनी सेलीकॉन प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के निदेशक शिव नारायण दास को शनिवार को हावड़ा के रामराजतला से गिरफ्तार किया. उसके पास से सीबीआइ को एक गैर लाइसेंसी रिवाल्वर मिला है. गिरफ्तार आरोपी को रविवार को विशेष अदालत में पेश किया जायेगा.

सारधा घोटाले से जुड़े होने का आरोप: सूत्रों के मुताबिक, सारधा समूह की सीबीआइ जांच से पहले इसके मालिक सुदीप्त सेन ने सीबीआइ को पत्र लिखा था. इस पत्र में सुदीप्त सेन ने शिव नारायण दास का भी नाम लिया था. पत्र में सेन ने आरोप लगाया था कि वर्ष 2008 में उनकी गाड़ी के चालक रतन व विष्णु के जरिये शिव नारायण ने उससे संपर्क किया था. इसके बाद उसकी (शिव नारायण) सलाह के आधार पर सुदीप्त ने सारधा रियेल्टी नाम की कंपनी बनायी. इस कंपनी के नाम पर जमाकर्ताओं से रुपये वसूले गये. कुछ महीने सारधा रियेल्टी का निदेशक रहने के बाद मोटी रकम हजम कर शिव नारायण ने सेलीकॉन प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के नाम पर अपनी खुद की कंपनी खोल ली. इसके बाद सीधे बाजार से रुपये वसूलने लगा. सुदीप्त का पत्र मिलने के बाद से सीबीआइ शिव नारायण की तलाश कर रही थी, लेकिन वह भागा हुआ था. शनिवार को गुप्त जानकारी के आधार पर हावड़ा के रामराजतला से उसे एक ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया गया.

टीटागढ़, जगदल, बैरकपुर, अड़ियादह व हाबरा में दबिश

सारधा घोटाले की जांच तेज करने के साथ सीबीआइ नेशनिवार को राज्य की एक अन्य चिटफंड कंपनी इन-रियेल्कॉन प्राइवेट लिमिटेड के नौ ठिकानों पर छापेमारी की. सुबह आठ बजे से सीबीआइ की आठ टीमों ने उत्तर 24 परगना के टीटागढ़, जगदल, बैरकपुर, अड़ियादह व हाबरा समेत कई ठिकानों पर छापे मारे. इन-रियेल्कॉन प्राइवेट लिमिटेड ने भी राज्य के ग्रामीण इलाकों में दफ्तर खोल कर कई करोड़ रुपये बाजार से जुटाये थे. कई थानों में कंपनी के खिलाफ जमाकर्ताओं व एजेंटों ने शिकायत दर्ज करायी थी. चिटफंड कंपनियों के खिलाफ जांच के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद सीबीआइ ने ऐसी कंपनियों की सूची तैयार की थी. उस सूची में इन-रियेल्कॉन प्राइवेट लिमिटेड का भी नाम शामिल था. कंपनी के कई निदेशकों के घर में सीबीआइ अधिकारियों ने छापेमारी कर कुछ बैंकों के कागजात, क्रेडिट कार्ड, एटीएम, बैंक के पासबुक व कंपनी के जरूरी दस्तावेज व कंप्यूटर के हार्ड डिस्क जब्त किये. सीबीआइ अधिकारियों को छापेमारी में कुछ ठिकानों के दरवाजे बंद मिले.स्थानीय थाने की मदद से सीबीआइ के अधिकारी फिर वहां छापेमारी करेंगे.

मुकुल कोलकाता लौटे

तृणमूल कांग्रेस महासचिव मुकुल राय शनिवार को दिल्ली से वापस कोलकाता लौट आये. वह शनिवार शाम को दमदम हवाई अड्डे पर उतरे. वहां संवाददाताओं से बातचीत में राय ने कहा कि चुनावी कामकाज के सिलसिले में वह दिल्ली गये थे. पार्टी के संबंध में चुनाव आयोग से बातचीत की थी. रविवार को बनगांव उपचुनाव के लिए वह प्रचार करेंगे. इसके बाद वह फिर दिल्ली चले जायेंगे. हालांकि सीबीआइ के कार्यालय जाकर वहां हाजिरी देने के संबंध में पूछे गये सवाल को वह टाल गये. उल्लेखनीय है कि सीबीआइ ने राय को अपने दफ्तर में हाजिर होने के लिए सात दिनों का समय दिया है. सारधा मामले में सीबीआइ उनसे पूछताछ करना चाहती है.

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