किसनपुर. सरकारी कार्यालयों में घूसखोरी व बिचौलिया संस्कृति हाबी है. प्रखंड व अन्य संबंधित कार्यालयों में बिना चढ़ावा दिये लाभुकों की फाइल टेबल से नहीं सरकती है. इंदिरा आवास जैसी योजनाएं लूट-खसोट का जरिया बन चुकी है. अधिकतर लाभुक कार्यालयों में स्थापित सिस्टम के आदि हो चुके हैं. जबकि कई अन्य शिकायतकर्ताओं को न्याय का इंतजार है.
अंदौली पंचायत की सरिता देवी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को आवेदन देकर दोषी कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है.अपने आवेदन में उन्होंने कहा है कि वर्ष 2012-13 में इंदिरा आवास के लिए उसे प्रथम किस्त की राशि के रूप में 30 हजार रुपये प्राप्त हुए थे.
जिससे भवन का निर्माण लिंटर तक किया. द्वितीय किस्त का भुगतान अब तक नहीं किया गया है. भुगतान संबंधी दिये गये आवेदन के बावजूद इंदिरा आवास सहायक मधुलिका कुमारी द्वारा एडवाइस बनाने के नाम पर 1000 रुपये की मांग की जा रही है. रुपया देने में असमर्थ होने की वजह से उन्हें बार-बार कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है. द्वितीय किस्त के भुगतान की स्वीकृति अब तक नहीं की गयी है. पीडि़ता ने बीडीओ से आवश्यक कार्रवाई की मांग की है. प्रखंड विकास पदाधिकारी हुस्न आरा ने बताया कि आवेदन की जांच कर उचित कार्रवाई की जायेगी.