कोलंबो : श्रीलंका पुलिस ने पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे और उनके करीबी सहयोगियों द्वारा राष्ट्रपति चुनाव में अपनी करारी हार के बाद कथित तख्तापलट के प्रयासों की जांच के तहत अटार्नी जनरल से राय मांगी है. विदेश मंत्री मंगला समरवीरा की शिकायत के आधार पर कथित तख्तापलट की प्रारंभिक स्तर की जांच शुरू की गयी है.
पुलिस प्रवक्ता और अधीक्षक अजित रोहाना ने बताया, ‘विदेश मंत्री मंगला समरवीरा की शिकायत की अब जांच की जा रही है. पुलिस ने अटार्नी जनरल की राय मांगी है.’ समरवीरा ने आठ जनवरी को हुए चुनाव के बाद अगले दिन राष्ट्रपति पद के चुनाव परिणामों की घोषणा के समय कथित तख्तापलट के प्रयास की शिकायत करते हुए पिछले सप्ताह पुलिस में एक शिकायत दर्ज करायी थी.
राजपक्षे और उनके करीब सहयोगियों पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने हार के बावजूद सत्ता में बने रहने का प्रयास किया. राजपक्षे ने इन आरोपों से इंकार करते हुए कहा है कि उन्होंने सुचारु सत्ता हस्तांतरण में सहयोग किया और यहां तक कि अपने उत्तराधिकारी को बधाई भी दी.
समरवीरा ने आरोप लगाया है कि प्रधान न्यायाधीश मोहन पेइरिस ने राजपक्षे को हार के बावजूद सत्ता में बने रहने की सलाह दी थी. अब सत्ता से बाहर हो चुके राजपक्षे ने शिकायत की है कि उनकी हार के बाद से उनके समर्थकों को परेशान किया जा रहा है.