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ऑनलाइन वास्तु काउंसलिंग
दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए रसोई घर रांची : प्रभात खबर कार्यालय में शुक्रवार को ऑनलाइन वास्तु काउंसलिंग का आयोजन किया गया. वास्तु विशेषज्ञ रेणु शर्मा ने पाठकों के सवालों के जवाब दिये. उन्होंने वास्तु के सिद्धांतों के अनुरूप विभिन्न कार्यो जैसे अध्ययन, खाना पकाने, सोने आदि के संबंध में जानकारी दी. रसोई घर के […]
दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए रसोई घर
रांची : प्रभात खबर कार्यालय में शुक्रवार को ऑनलाइन वास्तु काउंसलिंग का आयोजन किया गया. वास्तु विशेषज्ञ रेणु शर्मा ने पाठकों के सवालों के जवाब दिये. उन्होंने वास्तु के सिद्धांतों के अनुरूप विभिन्न कार्यो जैसे अध्ययन, खाना पकाने, सोने आदि के संबंध में जानकारी दी.
रसोई घर के लिए उपयोगी वास्तु सिद्धांतों की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि रसोई घर दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए. खाना पूरब दिशा में बनाना चाहिए. किचन में वॉश बेसिन को वायव्य कोण यानी उत्तर-पश्चिम में होना चाहिए. इसके साथ ही पीने के पानी का भंडारण उत्तर-पूर्व दिशा में किया जाना चाहिए.
रसोई घर के दक्षिण दीवार का इस्तेमाल बरतन तथा पश्चिम दीवार का इस्तेमाल खाद्य पदार्थ रखने के लिए किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि घर की सुख-समृद्धि में ग्रहों का अत्यधिक योगदान होता है. फेंगशुई वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में रत्नों का पौधा रखने से सुख-समृद्धि के साथ जीवन में सफलता भी प्राप्त होती है. रत्नों के पौधों को किसी भी कमरे में रख सकते हैं.
स्फटिक रत्न से बना पौधा घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करता है. यदि सफेद स्फटिक कमरे के दक्षिण-पूर्व कोने में राख जाये, तो यह घर को कलह से बचाता है. गुलाबी किस्म का स्फटिक दक्षिण-पश्चिम में रखा जाना चाहिए. एमेथिस्ट रत्न वाले पौधे घर के सदस्यों को सफलता दिलाने में सहायक होते हैं. इन्हें कमरे के पश्चिम दिशा में रखा जाना चाहिए.
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