वाशिंगटन : आपनी आतंकी गतिविधियों से दुनिया को चिंतित कर देने वाले आतंकी संगठन आइएसआइएस पर इंग्लैंड और अमेरिका लगाम लगाने की तैयारी कर रहे हैं.इसी बात पर चर्चा करने के लिए आज ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन अमेरिका पहुंचे हैं. वे आतंकवाद से संघर्ष और आईएस एवं साइबर सुरक्षा के खिलाफ संयुक्त अभियान समेत विभिन्न मुद्दों पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ आज चर्चा करेंगे. दोनों नेताओं के बीच व्यापक चर्चा होनी है जिसके बाद दोनों नेता एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने पत्रकारों को बताया, ‘‘ब्रिटेन के साथ अमेरिका का विशेष रिश्ता है और राष्ट्रपति (ओबामा) गुरुवार की शाम को व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री :कैमरन: का स्वागत करने की बाट जोह रहे हैं.’’ अर्नेस्ट ने कहा कि ओबामा ब्रिटिश प्रधानमंत्री के साथ मुद्दों की व्यापक श्रंखला पर चर्चा करने को आतुर हैं और उनमें से कुछ का संबंध राष्ट्रीय सुरक्षा से है.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आश्वस्त हूं कि आतंकवाद निरोध पर ब्रिटेन के साथ हमारा निकट सहयोग रहा है और उसपर चर्चा होगी. वे आईएसआईएल के खिलाफ जारी अभियान पर चर्चा करेंगे.’’ अर्नेस्ट ने कहा, ‘‘ब्रिटिश सेना ने इस प्रयास के लिए उल्लेखनीय वचन दिए हैं. हम उनकी सराहना करते हैं. मैं आश्वस्त हूं कि दो नेताओं को उसपर चर्चा करने का मौका मिलेगा.’’
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘निश्चित तौर पर हम अपेक्षा करते हैं कि दोनों नेता साइबर सुरक्षा पर चर्चा करेंगे. अमेरिका आतंकवाद निरोध के उपायों की समूची श्रंखला पर ब्रिटेन के साथ निकटता से काम करता है जिसमें साइबर खतरा और साइबर सुरक्षा नीतियां शामिल हैं.’’इस मुलाकात से पहले ओबामा और कैमरन दोनों ने एक संयुक्त संपादकीय लेख में आतंकवादियों के साथ मिल कर काम करने का प्रण जताया.
उन्होंने कहा, ‘‘चाहे किसी अकेले धर्मांध से या अलकायदा, इस्लामिक स्टेट या बोको हराम जैसे आतंकवादी संगठनों का सामना कर रहे हैं, हम आतंकवादियों से दबेंगे नहीं। हम इन बर्बर हत्यारों और उनकी विकृत विचारधारा को शिकस्त देंगे जो पेशावर में स्कूल में पढ रहे बच्चे हों या उत्तर नाइजीरिया में आत्मघाती हमलावर बनने के लिए बाध्य की जा रहीं लडकियां हों, जो निदरेषों की हत्या का औचित्य जताने का प्रयास करते हैं.