जमशेदपुर: मणिपाल मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए जमीन हस्तांतरण के मुद्दे पर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की प्रधान सचिव अलका तिवारी द्वारा बुलायी गयी बैठक में कोई निर्णय नहीं हो सका. यह बैठक टाटा स्टील द्वारा दिये गये नये प्रस्ताव के कारण बुलायी गयी थी. बारीडीह स्थित एडीएम हॉस्पिटल परिसर में मणिपाल मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए टाटा स्टील ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को नया प्रस्ताव सौंपा है. प्रस्ताव में भवन एडीएम हॉस्पिटल का एवं खाली जमीन मणिपाल को हस्तांतरित करने की बात कही है.
नये प्रस्ताव के बाद अब जिला प्रशासन से नये सिरे से रिपोर्ट की मांग की गयी है. जिला प्रशासन द्वारा नये प्रस्ताव पर जांच की जायेगी और अनुशंसा सरकार को भेजी जायेगी. बैठक में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की प्रधान सचिव अलका तिवारी, पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त डॉ अमिताभ कौशल, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के ज्वाइंट सेक्रेटरी सुरेंद्र कुमार, एडीसी सुनील कुमार एवं टाटा स्टील के पदाधिकारी उपस्थित थे.
जिला प्रशासन की रिपोर्ट के बाद फिर होगी बैठक
बैठक में बताया गया कि माहे एडीएमएच में दो सौ सीट का नया मेडिकल कॉलेज खोलना चाहती है. इसके लिए राज्य सरकार आधारभूत संरचना विकसित करने के लिए समझौते के अनुरूप 25 एकड़ भूमि उपलब्ध कराये. यह मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) के नियमों और प्रावधानों के अनुसार जरूरी है. बैठक में जमशेदपुर के उपायुक्त से पूरे मामले पर फिर से रिपोर्ट मांगी गयी है. रिपोर्ट आने के बाद विभागीय सचिव स्तर पर पुन: बैठक बुलायी जायेगी. बताया गया कि माहे संस्थान के प्रस्ताव पर टाटा स्टील प्रबंधन की ओर से राज्य सरकार को भी प्रस्ताव दिया गया है. प्रधान सचिव ने निर्देश दिया कि भूमि की उपलब्धता मामले पर कोर्ट के फैसले पर भी विमर्श कर लिया जाये. बिहार लैंड ट्रांसफर एक्ट और ट्रांसफर ऑफ प्रोपर्टी एक्ट के तहत आ रही अड़चनों पर भी विचार किया गया. राजस्व विभाग के अधिकारियों ने बताया कि द्विपक्षीय समझौते के अनुरूप एडीएमएच की संपत्ति को हस्तांतरित करने में दिक्कतें हैं. इसके लिए सरकार के स्तर पर नीतिगत फैसला लेना होगा.
पूर्व में को- सबलीजी बनाने का दिया था प्रस्ताव
टाटा स्टील एवं मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन ( माहे) के बीच बारीडीह स्थित आर्देशिर दयाल मेमोरियल हॉस्पिटल (एडीएमएच) की 62.857 एकड़ जमीन पर दो सौ सीट का मेडिकल कॉलेज खोलने की सहमति बनी है. जमीन हस्तांतरण के लिए टाटा स्टील ने पूर्व में एडीएमएच एवं माहे को, को-सब लीजी बनाने का प्रस्ताव दिया था, जिस पर पेंच उभर कर सामने आया था. जमीन हस्तांतरण के मुद्दे को सुलझाने के लिए प्रधान सचिव ने सोमवार को बैठक बुलायी थी.
को-सब लीजी में आ रही पेंच के बाद टाटा स्टील द्वारा दो दिन पूर्व राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को नया प्रस्ताव दिया गया जिसमें भवन एडीएमएच का तथा खाली जमीन मणिपाल को हस्तांतरित करने की बात कही गयी. बैठक में टाटा स्टील द्वारा दिये गये नये प्रस्ताव के संबंध में उपायुक्त से जानकारी ली गयी. उपायुक्त द्वारा टाटा स्टील के नये प्रस्ताव से अनभिज्ञता जाहिर की गयी और बताया गया कि नया प्रस्ताव उन्हें नहीं मिला है. इसके बाद उपायुक्त को प्रस्ताव की जानकारी दी गयी और उसकी जांच कर रिपोर्ट देने कहा गया. इस बीच दोपहर में जमशेदपुर स्थित उपायुक्त कार्यालय में भी नये प्रस्ताव को दिया गया.