गांधीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्थिर नीति और कर प्रणाली के जरिए भारत को कारोबार करने के लिहाज से ‘सबसे आसान’ देश बनाने के वादे के बीच उद्योग समूहों अंबानी, अडाणी, बिडला तथा सुजुकी व रियो टिंटो जैसी दिग्गज विदेशी कंपनियों ने आज लगभग दो लाख करोड रुपये के निवेश तथा 50,000 से अधिक नये रोजगार देने की प्रतिबद्धता जताई.
मोदी ने सभी क्षेत्रों के ‘सचमुच व्यापक’ विकास का वादा भी किया जबकि तीन दिवसीय वाइब्रेंट गुजरात समिट के पहले दिन उद्योगपतियों ने भारी निवेश की प्रतिबद्धता जताते हुए विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए 31 सहमति करारों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए.
वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिर कर व्यवस्था तथा भरोसेमंद, पारदर्शी और निष्पक्ष नीतिगत वातावरण तैयार करने की भारत सरकार की प्रतिबद्धता जताई. उद्घाटन सत्र में अमेरिकी के विदेश मंत्री जान केरी, संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून, विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम और अन्य देशों के नेता तथा देश विदेश की नामी कंपनियों के शीर्ष अधिकारी मौजूद थे.
मोदी ने वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक निवेशक सम्मेलन का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा, ‘‘भारत में कारोबार करने को आसान करना आपकी मुख्य चिंता है और यह हमारी भी चिंता है. मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि हम इन मुद्दों पर गंभीरता से काम कर रहे हैं.
निवेशकों की लालफीताशाही सहित अन्य चिंताओं को दूर करते हुए उन्होंने कहा,‘हम इसे पहले की तुलना में या दूसरों की तुलना में आसान नहीं बल्कि सबसे आसान बनाना चाहते हैं.’ उद्घाटन सत्र में भाग लेते हुए अनेक प्रमुख उद्योगपतियों ने भारी निवेश प्रतिबद्धताओं की घोषणा की.
अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस इंडस्टरीज अगले 12-18 महीने में विभिन्न कारोबारों में एक लाख करोड रुपये का निवेश करेगी. आदित्य बिडला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिडला ने राज्य में सीमेंट और अन्य कारोबार में 20,000 करोड रुपये के निवेश की घोषणा की है.
अडाणी समूह ने सनएडिसन के साथ भागीदारी में गुजरात में सोलर पार्क लगाने का समझौता किया है. इस परियोजना में लगभग 25000 करोड रपये का निवेश होगा जबकि 20000 रोजगार सृजित होंगे. वेलस्पन रिन्यूएबल्स ने 8300 करोड रुपये के निवेश की घोषणा की. कल्याणी ग्रुप जैसी अन्य कंपनियों ने भी निवेश प्रतिबद्धताएं जताई.
हांगकांग की चाइना लाइट एंड पावर होल्डिंग्स की गुजरात में 2000 मेगावाट की कोयला आधारित बिजली घर की योजना हैं इस परियोजना की अनुमानित लागत लगभग दो अरब डालर (12,400 करोड रुपये) है.
कल सुजलोन ने अगले पांच साल में गुजरात में 24000 करोड रुपये के निवेश की घोषणा की थी.
अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने वाइव्रेंट कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर प्रशंसा की. केरी ने कहा मोदी की मुख्यमंत्री से प्रधानमंत्री बनने का सफर काफी प्रशंसनिय है. मोदी काफी सामान्य व्यक्ति हैं. उन्होंने गुजरात को संभावनाओं का राज्य बनाया है.
केरी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत यात्रा पर कहा, ओबामा अपने भारत यात्रा को लकर काफी उत्साहित हैं. गणतंत्र दिवस में भाग लेने के लिए ओबामा काफी डत्साहित हैं. केरी ने कहा प्रधानमंत्री के गृह नगर आकर उन्हें काफी अच्छा लगा. मोदी का एक छोटे से राज्य से निकल कर देश का प्रधानमंत्री बनानाइस बात का सुचक है कि भारत बदल रहा है.
गांधीनगर में गुजरात सरकार के प्रमुख कार्यक्रम ‘वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन’ की शुरुआत हो चुकी है. कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले हैं. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून, अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी सहीत कई गणमान्य लोग मौजूद हैं. ज्ञात हो कि वाइब्रेंट गुजरात का यह सातवां आयोजन है.
गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने ‘वाइब्रेंट गुजरात’ शिखर सम्मेलन में गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया. आनंदीबेन ने कहा कि इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले सभी लोगों का मैं गर्मजोशी से स्वागत करती हूं. मैं बहुत खुश हूं की आप सब ने इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए यहां पहुंचे.
* रिलायंस गुजरात में 100,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी : अंबानी
‘वाइव्रेंट गुजरात’ कार्यक्रम में मुकेश अंबानी ने कहा, भारत दुनिया की सबसे तेजी से वृद्धि करने वाली अर्थव्यवस्था बन सकता है. उन्होंने कहा, रिलायंस गुजरात में 100,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी. अंबानी के अलावा सुजुकी मोटर्स के चेयरमैन ओसामु सुजुकी ने कहा कि गुजरात में बेहतर ढांचागत सुविधा तथा अन्य प्रदेशों के मुकाबले निर्णय प्रक्रिया बेहतर होने से हमने नये कारखाने के लिये इस राज्य को चुना है.
* गुजरात हमारे लिये सबसे पसंदीदा जगह : बिडला
आदित्य बिडला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिडला ने कहा कि गुजरात हमारे लिये सबसे पसंदीदा जगह है. उन्होंने कहा कि बिडला समूह गुजरात में सीमेंट और अन्य कारखानों के विस्तार में 20,000 करोड़ रुपये निवेश करेगा.
तीन दिवसीय यह सम्मेलन इस साल सबसे बड़ा आयोजन माना जा रहा है. हाल में अरब सागर में पाकिस्तानी नौका को तट रक्षकों द्वारा घेरे जाने बाद इसमें विस्फोट की घटना के मद्देनजर सम्मेलन की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. इस बार सम्मेलन में कई बडे उद्योगपति और राजनेता भाग ले रहे हैं. सम्मेलन में शीर्ष भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के 50 से अधिक मुख्य कार्यकारी भी मौजूद हैं. यह सम्मेलन 11 जनवरी से शुरु होकर 13 जनवरी तब चलने वाली है.
अमेरिका, कनाडा और जापान समेत आठ देश पहली बार सम्मेलन में भागीदार देश बने हैं. इस कारोबारी सम्मेलन से गुजरात में रिकार्ड निवेश आने की उम्मीद है और राज्य सरकार को आशा है कि सम्मेलन के दौरान 20,000 से अधिक रचि पत्रों अथवा सहमति ज्ञापनों पर हस्ताक्षर होंगे.
बान की मून नर्मदा बांध पर बने 10 मेगावाट के पहले सौर बिजली संयंत्र का उद्घाटन करेंगे. सम्मेलन में हर देश के आधार पर गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा ताकि विभिन्न देशों के साथ कारोबार गठजोड को बढावा दिया जा सके. साथ ही हर क्षेत्र पर आधारित गोष्ठियां भी की जाएंगी. यहां कंपनियों के बीच बैठक की भी व्यवस्था होगी. हर दो साल पर होने वाले इस समारोह की शुरुआत नरेंद्र मोदी ने गुजरात का मुख्यमंत्री रहते 2003 में की थी ताकि राज्य में निवेश आकर्षित किया जा सके.