राजधनवार. संगठन की मजबूती से उदासीनता तथा कार्यकर्ता से अधिक नेता बनने का प्रयास भी नकारात्मक साबित हुआ. क्षेत्र में समय नहीं दे पाने, दो स्थानों से चुनाव लड़ना, जनता से दूर रहना, चुनाव के दौरान नेतृत्व, रणनीति और व्यवस्था में गड़बड़ी चुनाव में हार के कई कारण बने. हार की यह स्वीकारोक्ति झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी की है.
वह धनवार नगर भवन पांडेयडीह में धनवार विस चुनाव 2014 की समीक्षा में बोल रहे थे. कार्यकर्ताओं ने मन की बात कही : पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने कहा कि चुनाव में हार-जीत लगी रहती है. इसका कोई कारण नहीं होता. कहा कि चुनाव केे पहले तथा चुनाव के समय क्षेत्र में समय नहीं दे पाया. कार्यकर्ताओं ने बगैर किसी लाग लपेट के लोकतांत्रिक ढंग से हार के कई कारण बताये. कहा कि आगे जनता के बीच रहने, सांगठनिक मजबूती का काम किया जायेगा. जनादेश को स्वीकार करते हुए लोगों के बीच जाकर संघर्ष करने की बात कही.
सैकड़ों कार्यकर्ता थे शामिल : बैठक के दौरान पंचायत वार चुनाव परिणाम की समीक्षा भी की गयी. बैठक की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष पवन साव ने की. मौके पर प्रणव वर्मा, नंदलाल साव, सुनील सिंह, रामदेव सिंह, वीरेंद्र कुमार, जिबरेल अंसारी, अजय रंजन, तपेन्द्र मोदी, सुकुज हेम्ब्रम, इम्तियाज अंसारी, मकसूद आलम, सुनीता गुप्ता, अजीत राम, देव नारायण यादव, लीलावती देवी, रामदेव यादव, युसुफ आजाद, मो.आजाद, लखन राम आदि सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल थे.