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2015 में ऐसी चले आपकी सेहत की गाड़ी
डॉक्टर से नि:संकोच पूछें सवाल आमतौर पर डॉक्टर से मरीज की मुलाकात मात्र 20 मिनट के लिए ही होती है. अत: इस समय डरने या घबराने के बजाय डॉक्टर से रोग के संबंध में अधिक -से-अधिक जानकारी प्राप्त करें. नियमित जांच कराते रहें हर चार में से एक मरीज में डायबिटीज का शुरुआती अवस्था में […]
डॉक्टर से नि:संकोच पूछें सवाल
आमतौर पर डॉक्टर से मरीज की मुलाकात मात्र 20 मिनट के लिए ही होती है. अत: इस समय डरने या घबराने के बजाय डॉक्टर से रोग के संबंध में अधिक -से-अधिक जानकारी प्राप्त करें.
नियमित जांच कराते रहें
हर चार में से एक मरीज में डायबिटीज
का शुरुआती अवस्था में पता नहीं चल पाता है. इसका कारण नियमित जांच का अभाव है. अत: एक नियमित अंतराल पर स्वास्थ्य जांच अवश्य कराएं.
योग-ध्यान भी है जरूरी
आधुनिक चिकित्सा पद्धति का लाभ तो लेना ही चाहिए साथ ही शरीर और मन के बीच संतुलन बनाना भी जरूरी है. मन को शांत और तनावमुक्त रखने के लिए योग और मेडिटेशन को जीवनशैली का अहम हिस्सा बनाना चाहिए.
अपने दिल से करें प्यार
हर वर्ष 1.7 करोड़ लोगों की मृत्यु हृदय रोगों के कारण होती है. इसलिए हृदय के स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें. शारीरिक रूप से सक्रिय रहें और हेल्दी फूड लें.
दवा लेने में सतर्कता बरतें
लगभग 2/3 डॉक्टर चेकअप के बाद सिर्फ दवा की परची लिख देते हैं और दवाइयों को खाने का तरीका बता कर अपना काम समाप्त समझ लेते हैं. डॉक्टर से दवाओं के साइड इफेक्ट के बारे में भी जानने का प्रयास करें.
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