20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

उत्पादन, डिस्पैच में 40 फीसदी कमी

गतिरोध : इस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खदानों में पांच दिवसीय राष्ट्रीय हड़ताल प्रभावी आसनसोल / सांकतोड़िया : कोयला खनन (विशेष प्रावधान) अध्यादेश में निजी कंपनियों को वाणिज्यिक उत्पादन की अनुमति दिये जाने के निर्णय के खिलाफ केंद्रीय यूनियनों की पांचदिवसीय हड़ताल बउधवार को भी जारी रही. इस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड प्रबंधन ने कहा कि पहले दिन […]

गतिरोध : इस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खदानों में पांच दिवसीय राष्ट्रीय हड़ताल प्रभावी
आसनसोल / सांकतोड़िया : कोयला खनन (विशेष प्रावधान) अध्यादेश में निजी कंपनियों को वाणिज्यिक उत्पादन की अनुमति दिये जाने के निर्णय के खिलाफ केंद्रीय यूनियनों की पांचदिवसीय हड़ताल बउधवार को भी जारी रही.
इस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड प्रबंधन ने कहा कि पहले दिन की तुलना में स्थिति में काफी सुधार आया है. लेकिन यदि पांच दिनों तक यही स्थिति बनी रही तो कंपनी पर संकट गहरा सकता है तथा कंपनी बीआईएफआर से कगार पर जा सकती है.
प्रथम दिन की हड़ताल के कारण सवा लाख टन कोयले के उत्पादन की तुलना में 70 हजार टन का ही उत्पादन तथा 21 रैक के बजाय 18 रैक कोयले का प्रेषण हुआ. इधर विभिन्न केंद्रीय यूनियनों के नेताओं ने बुधवार को भी हड़ताल सफल होने का दावा किया. उन्होंने कहा कि प्रबंधन सीआइएसएफ, पुलिस व असामाजिक तत्वों का उपयोग कर रहा है. गुरुवार से हड़ताल और भी प्रभावी होगी.
हड़ताल तोड़ने से सीबीआइ देगी जांच में राहत
बीएमएस नेता श्री चौबे ने कहा कि हड़ताल में तृणमूल की यूनियन केकेएससी श्रमिक विरोधी भूमिका में है. उसके नेता हरेराम सिंह बीएमएस को सांम्प्रदायिक बता रहे हैं. लेकिन उनकी पार्टी की नेत्री कोयला व भूमि अध्यादेश का विरोध कर रही है.
लेकिन उनकी यूनियन इसका समर्थन कर रही है. यूनियन नेताओं ने कहा कि तृणमूल नेता श्री सिंह का दावा है कि पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने उन्हें साफ निर्देश दिया है कि वे हड़ताल को पूरी शक्ति लगा कर विफल करें ताकि सारधा घोटाले में फंसनेवाले नेताओं के लिए इसके एवज में सीबीआई से राहत मिल सके.
उन्होंने कहा कि कोयला श्रमिकों का अस्तित्व समाप्त कर पार्टी नेताओं को सीबीआई से बचाने का यह खेल काफी महंगा पड़ेगा. उन्होंने कहा कि इसके बाद भी सीबीआई जांच से कोई राहत नहीं मिलेगी. इस संबंध में केकेएससी नेता श्री सिंह ने कहा कि उनके खिलाफ लगाये गये आरोप बेबुनियाद है.
उनकी पार्टी सुप्रीमो सुश्री बनर्जी का स्पष्ट निर्देश है कि राज्य के विकास में हड़ताल बाधक है. इस कारण वे हड़ताल का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हड़ताल तोड़ने में उनकी कोई भूमिका नहीं है. जैक अपना समर्थन खो चुका है.
मिठानी कोलियरी परिसर से चोरी
चिनाकुड़ी. मिठानी कोलियरी में मंगलवार की रात कोयला डिपो में घुस कर 20 टन कोयले एवं बत्ती घर से लौह सामग्री की चोरी अपराधियों ने की. प्रबंधक के प्रयास से चोरी गयी कुछ लौह सामग्री की बरामदगी की गयी.
सीएमडी के तकनीकी सचिव निलाद्री राय ने कहा कि संवेदनशील पदों पर कर्मियों को ड्यूटी लगाने की बात तय हुयी थी, परंतु यूनियनों ने वैसा नहीं किया. उन्होंने कहा कि सुरक्षाकर्मी डय़ूटी आये थे, लेकिन हड़ताली श्रमिकों ने उन्हें भगा दिया. इसका फायदा चोरों ने उठाया.
इस घटना की जांच कर दोषी कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. कुछ लौह सामग्री झाड़ी से बरामद हुई है. स्थानीय पुलिस एवं सीआईएसएफ की पेट्रोलिंग जारी है.
बर्नपुर बस स्टैंड में हड़ताल के समर्थन में सभा
बर्नपुर. हड़ताल के समर्थन में बस स्टैंड में सीटू ने पथसभा आयोजित की. अध्यक्षता नगर निगम के पूर्व चेयरमैन सज्जन सिंह रंधावा ने की. तरुण कांति भट्टाचार्य, विमल दत्ता, नित्यगोपाल भट्टाचार्य, सुशांत बनर्जी, चंदन मिश्र, एस मुखर्जी आदि मौजूद थे. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि कोयला श्रमिकों के इतिहास में पहली बार इतना बड़ा आंदोलन आरंभ है. इससे कोल इंडिया को नुकसान तो होगा, लेकिन श्रमिक हित के लिए यह जरूरी था. अगर सरकार ने इसके बाद भी अपना निर्णय नहीं बदला तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की जायेगी. सरकार सार्वजनिक उद्योगों को कमजोर करने की कोशिश कर रही है.
यूनियनों ने एकजुटता दिखायी है और हड़ताल पूरी तरह से सफल होगी. तभी श्रमिकों की जीत होगी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार विकास के नाम पर कोयला उद्योग को वर्षो पीछे ले जाने का प्रयास कर रही है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें