कोहली इस बीच कप्तान के रूप में अपनी पहली तीन पारियों में शतक जड़ने वाले दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज बने. ऑस्ट्रेलिया के ग्रेग चैपल ने कप्तान के रूप में अपनी पहली दो पारियों में 1975 में ब्रिसबेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ दो शतक जड़े थे.कोहली साथ ही ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट श्रृंखला में सर्वाधिक रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज भी बने. उन्होंने दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड को पीछे छोड़ा जिन्होंने 2003-04 दौरे के दौरान आठ पारियों में 619 रन बनाये थे.
मैच की शुरुआत 499 रन से करने वाले कोहली अब तक श्रृंखला की सात पारियों में 639 रन बना चुके हैं.भारतीय कप्तान कोहली हालांकि भाग्यशाली भी रहे जब 59 रन के निजी स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीवन स्मिथ ने दूसरी स्लिप में उनका कैच छोड़ा.
अपना सिर्फ दूसरा टेस्ट खेल रहे 22 वर्षीय राहुल ने ठोस बल्लेबाजी लेकिन वह कम से कम दो बार भाग्यशाली रहे जिसमेंएक बार पर स्मिथ ने उनका कैच भी टपकाया जब वह 46 रन बनाकर खेल रहे थे.कोहली और राहुल भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा रहे थे लेकिन अंतिम सत्र में सलामी बल्लेबाज राहुल ने स्टार्क को उन्हीं की गेंद पर कैच थमा दिया. उन्होंने 262 गेंद की अपनी पारी में 13 चौके और एक छक्का मारा.
राहुल के पवेलियन लौटने पर क्रीज पर उतने अजिंक्य रहाणे (13) और कोहली ने चौथे विकेट के लिए 50 रन जोड़े.कोहली ने पारी के 97वें ओवर में 162 गेंद में श्रृंखला का अपना चौथा और कुल 10वां टेस्ट शतक पूरा किया. वह इसके साथ ही सुनील गावस्कर (1971 और 1978-79 में वेस्टइंडीज के खिलाफ) के बाद किसी टेस्ट श्रृंखला में चार शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने.
कोहली साथ ही हर्बर्ट सुटक्लिफे (1924-25) और वाल्टर हेमंड (1928-29) के बाद ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर किसी श्रृंखलामेंचार टेस्ट शतक जड़ने वाले पहले बल्लेबाज बने. इसके बाद हालांकि भारत को दोहरे झटके लगे जब वाटसन ने पारी के 100वें ओवर में लगातार गेंदों पर रहाणे और सुरेश रैना (00) को पवेलियन भेजा। वाटसन ने रहाणे को पगबाधा आउट किया जबकि अगली गेंद पर रैना को विकेट के पीछे कैच कराया.
साहा ने इसके बाद वाटसन को हैट्रिक से रोका और दिन का खेल खत्म होने तक कप्तान के साथ मिलकर भारत को और झटके नहीं लगने दिये। भारत अब भी फॉलोआन टालने से 31 रन दूर है.इससे पहले लंच के बाद राहुल और कोहली ने स्वच्छंद होकर बल्लेबाजी की क्योंकि पिच से गेंदबाजों को मदद नहीं मिल रही थी और गेंद बल्ले पर आ रही थी। सुबह के सत्र में धीमी बल्लेबाजी के बाद भारतीय बल्लेबाजों ने दूसरे सत्र में आसानी से रन बटोरे.
भारत ने लंच से पहले दो घंटे में केवल 51 रन जोड़े लेकिन दूसरे सत्र में कोहली और राहुल ने पहले घंटे में ही 45 रन बटोरे जबकि दूसरे घंटे में 67 रन और जोड़कर रन गति बेहतर की। इसका श्रेय काफी हद तक कोहली को जाता है जिन्होंने पारी के 80वें ओवर में 108 गेंद में अर्धशतक जड़ा.
कोहली भी हालांकि भाग्यशाली रहे जब स्मिथ ने 83वें ओवर में स्टार्क की गेंद पर स्लिप में दूसरा कैच टपकाया. कोहली इस समय 59 रन बनाकर खेल रहे थे.दूसरी तरफ मेलबर्न में निराशाजनक पदार्पण करने वाले राहुल ने चाय से पूर्व के अंतिम ओवर में 253 गेंद में अपने कैरियर का पहला शतक पूरा किया.
सुबह के सत्र में भारत ने रोहित शर्मा के रूप में एकमात्र विकेट गंवाया जिन्होंने 133 गेंद में 53 रन की पारी खेली. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने सुबह स्टीक लाइन और लेंथ के साथ गेंदबाजी की जिससे भारतीय बल्लेबाजों को रन बनाने में परेशानी हुई. पहले घंटे के 15 ओवर में भारतीय बल्लेबाज सिर्फ 19 रन ही जोड़ पाये और इस दौरान सिर्फ तीन चौके लगे जिसमें से दो राहुल जबकि एक रोहित ने जड़ा.
सुबह के सत्र का दूसरा घंटा हालांकि रोमांचक रहा. स्मिथ ने लियोन को गेंद थमाई और यह स्पिनर पिच पर बने पैर के निशानों से उछाल और स्पिन हासिल करनेमेंसफल रहा.लियोन ने 44वें ओवर में राहुल के खिलाफ कैच की विश्वसनीय अपील की लेकिन अंपायर ने इसे ठुकरा दिया. रीप्लेमेंहालांकि दिखा कि संभवत: गेंद बल्ले से टकराकर शार्ट लेग में जो बंर्स के पास गयी थी. लियोन ने हालांकि इसी ओवर की चौथी गेंद पर रोहित की पारी का अंत कर दिया.
राहुल को 46 रन के स्कोर पर तीसरा जीवनदान मिला जब 53वें ओवर में वह शेन वाटसन की गेंद को हवा में लहरा गये लेकिन पहली स्लिप से पीछे की ओर भागते हुए स्मिथ उनका कैच नहीं लपक पाये क्योंकि उनके ऊपर लहरा रहे स्पाइडर कैम ने उनका ध्यान भंग कर दिया.राहुल ने इसके बाद अगले ओवर में चौके के साथ 161 गेंदमेंअपना पहला अर्धशतक पूरा किया.