मुजफ्फरपुर: 16 साल की किशोरी के साथ गैंगरेप की घटना की सूचना मुजफ्फरपुर जीआरपी को रात 12.05 बजे मिली. थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया, तब वह एक जरूरी केस को निपटा रहे थे. इसी दौरान स्टैंड परिसर में काम करनेवाले एक परचित व्यक्ति ने फोन किया और कहा कि यहां एक लड़की रो रही है.
इसी सूचना पर हम अपने साथ परमेश्वर दयाल के साथ मौके पर पहुंचे. ये स्टेशन के मुख्य गेट के बाहरी हिस्सा था, जहां दस- पंद्रह लोग उक्त किशोरी व युवक के घेरे हुये थे. किशोरी उस समय बहुत डरी हुई थी. कुछ भी बोल पाने की स्थिति में नहीं थी. उसने केवल इतना कहा कि हमारे साथ बहुत गलत हुआ है.
किशोरी ने हाथ के इशारे से बताया कि उक्त स्थान की ओर से उसके साथ पांच लोगों ने गलत काम किया है. इसके बाद जीआरपी के थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार दोनों को थाने में लेकर आ गये. इसके बाद उक्त दोनों को लेकर उक्त स्थान पर गये, जहां पर किशोरी के साथ गैंगरेप हुआ था, तब जिस कमरे में गैंगरेप हुआ था, उस कमरे में ताला बंद था, लेकिन खिड़की खुली हुई थी. हम लोगों ने खिड़की से अंदर बिछी चौकी से चादर व कंबल सबूत के लिए निकाल लिया, ताकि आरोपित सबूत को नहीं मिटा सकें.
घटनास्थल देखने के बाद जीआरपी थानाध्यक्ष ने मामले की सूचना अपने एसपी को दी, जिनके कहने पर उक्त दोनों को लेकर वो नगर थाने पहुंचे, जहां नगर पुलिस के हवाले दोनों को कर दिया गया. इसके बाद उक्त किशोरी को बयान की बारी आयी, तो महिला थानाध्यक्ष से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने कहा कि हम विरमित हो चुके हैं. इस वजह से बयान नहीं दर्ज कर सकते. इसके बाद नगर थाने में तैनात दारोगा सुनीता कुमारी को बयान के लिए बुलाया गया. सुनीता ने किशोरी का बयान दर्ज किया. जीआरपी थानाध्यक्ष ने कहा, हम लोगों ने नगर थाना पुलिस को घटनास्थल दिखाया. नगर थाने की ओर से रात के समय ही वरीय अधिकारियों को सूचना दी गयी. अधिकारियों के कहने पर ही नगर थाना पुलिस ने मामले में आगे की कार्रवाई की. जीआरपी थानाध्यक्ष ने कहा, हम लोगों ने रात के समय ही आरोपित गौतम, निक्कू व विकास की पहचान कर ली थी. निक्कू की गिरफ्तारी के लिए हम लोगों ने उसके मालिक पर दबाव बनाया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया जा सका.
दोनों को भगाने की फिराक में थे आरोपित
जीआरपी थानाध्यक्ष ने कहा कि आरोपित स्टेशन परिसर से परचित थे. उन्हें भी यहां रहनेवाले लोग जानते हैं. इस वजह से पीड़िता किशोरी व विनोद को रात में ही सीतामढ़ी भेजने के चक्कर में थे. वे उन लोगों को दबाव दे रहे थे. अगर हम लोग समय से नहीं पहुंचते, तो उक्त दोनों को जीप में बैठाकर सीतामढ़ी भेज दिया जाता. उन्होंने कहा, स्टेशन परिसर से ही दोनों गाड़ियों को जब्त किया गया है.
सभी ने पी रखी थी शराब
स्टेशन परिसर में काम करनेवाले लोगों ने कहा, गैंगरेप के आरोपित पांचों ने शराब पी रखी थी. वो शाम के समय से ही स्टेशन परिसर में घूम रहे थे. गैंगरेप के बाद भी उक्त लोग स्टेशन परिसर में आये थे. उक्त लोग इस बात का दबाव वहां के लोगों को बना रहे थे, ताकि वो जल्दी से जल्दी यहां से बाहर चले जायें, ताकि मामला दब सके. जीआरपी थानाध्यक्ष ने कहा, विनोद व पीड़ित किशोरी ये जानकारी नहीं दे सके कि वो किस ट्रेन से मुजफ्फरपुर आये थे.