पटना: धरना-प्रदर्शन करनेवालों को सरकार द्वारा गांधी मैदान में जगह उपलब्ध कराना शहर वासियों के लिए महंगा पड़ सकता है. शहर के हार्ट प्लेस पर भीड़ एकत्रित होने से न सिर्फ उसके आसपास ट्रैफिक पर लोड बढ़ेगा, बल्कि अगल-बगल स्थित स्कूल-कॉलेज, कार्यालय व अस्पतालों तक लोगों का पहुंचना भी मुश्किल हो जायेगा.
नगर विकास विभाग ने आर ब्लॉक के विकल्प के तौर पर गांधी मैदान या गर्दनीबाग में धरना स्थल बनाने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री के पास भेजा है.
शहर में तमाम खाली पड़े मैदानों पर पार्क बना दिये जाने से वैसे ही बच्चों के सामने आउटडोर गेम खेलने को लेकर संकट हो गया है. आस पास के लोग बड़ी संख्या में यहां पर क्रिकेट व फुटबॉल आदि खेलने पहुंचते हैं. अगर वह जगह प्रदर्शनकारियों को मिल गयी, तो उनके लिए बड़ी परेशानी हो जायेगी. इसके साथ ही सर्दियों में दिन के समय तो गर्मियों में शाम के समय परिवार सहित लोग भी काफी तादाद में यहां पर सैर को पहुंचते हैं. गांधी मैदान को प्रदर्शनकारियों के हवाले किये जाने का कोई भी फैसला उनके लिए भी दुखदायी होगा.
उत्तरी छोर
ऑटो स्टैंड पहले ही परेशानी का सबब
गांधी मैदान के उत्तरी छोर पर मगध महिला कॉलेज, रेडक्रॉस भवन, श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल की वजह से आम दिनों में ही भीड़ लगी रहती है. श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल के सामने अव्यवस्थित ऑटो स्टैंड हमेशा जाम का सबब बनता है. इस सड़क का दोनों सिरा अशोक राजपथ को जोड़ता है. एक सड़क पर बांकीपुर बस स्टैंड, पटना कलेक्ट्रियट, सिविल कोर्ट, बीएन कॉलेजियट स्कूल, संत जोसफ कांवेंट, पीएमसीएच सहित पटना विवि के तमाम कॉलेज हैं, तो दूसरी सड़क पटना को दानापुर से जोड़ती है, जिस पर बांसघाट, राजापुर पुल, कुर्जी, दीघा सहित कई मुहल्ले पड़ते हैं. बुद्ध कॉलोनी, बोरिंग रोड से लेकर आशियाना तक जाने के लिए भी लोग वैकल्पिक तौर पर इस मार्ग का प्रयोग करते हैं.
पूर्वी छोर
बाकरगंज मोड़ पर लगता है जाम
पूर्वी छोर पर मोना व रिजेंट सिनेमा हॉल के साथ ही उद्योग भवन व गांधी मैदान थाना है. इन जगहों पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं. इन लोगों के साथ उनकी गाड़ियां भी होती हैं. खास कर बाकरगंज मोड़ पर वन वे होने के चलते यहां पर नियमित रूप से जाम लगा रहता है. आम दिनों में भरे रहने वाले इन सड़कों पर प्रदर्शनकारियों को नियमित रूप से उपस्थित रहने की अनुमति मिलने पर परेशानी बढ़ सकती है. गांधी मैदान से सटा वाहनों का कबाड़ पहले ही ट्रैफिक के लिए मुसीबत बना है.
पश्चिमी छोर
वीआइपी मूवमेंट में होगी परेशानी
गांधी मैदान के पश्चिमी छोर पर श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र, बिस्कोमान, भारतीय स्टेट बैंक का मुख्यालय, संत जेवियर स्कूल व जिलाधिकारी आवास जैसे महत्वूपर्ण स्थल हैं. इसी रास्ते से होकर लोग गांधी संग्रहालय, एएन सिन्हा समाज अध्ययन संस्थान, गोलघर व बांकीपुर गल्र्स स्कूल तक भी पहुंचते हैं. इन सड़कों पर प्रदर्शन का हुजूम उमड़ने से इन पर नियमित रूप से चलनेवाले जन सामान्य को परेशानी होगी. यह सड़क खास कर वीआइपी मूवमेंट के तौर पर इस्तेमाल की जाती है. महत्वपूर्ण अवसरों पर इसी सड़क से होकर गांधी मैदान में वीआइपी का प्रवेश होता है. प्रशासन के द्वारा इस सड़क को प्रदर्शनकारियों से बचाये रखने की कोशिश में दूसरी सड़कों पर भीड़ बढ़ सकती है.
दक्षिणी छोर
एक्जिबिशन रोड में हो रहा निर्माण कार्य
दक्षिणी छोर पर एग्जिविशन रोड में चल रहा निर्माण कार्य पहले ही परेशानी का सबब बना हुआ है. इसके चलते रामगुलाम चौक मुहाने पर हमेशा जाम लगा रहता है. वर्तमान में भी जुलूस प्रदर्शन की शुरुआत इसी चौक से होती है. मात्र लोगों के इकट्ठा होने पर ही यहां पर घंटे-डेढ़ घंटे का जाम लग जाता है. इस सड़क पर मौर्या होटल, पनाश होटल के साथ ही आरबीआइ जैसे महत्वपूर्ण संस्थान भी हैं. दलदली रोड या सालिमपुर अहरा जाने के लिए भी लोग आइएमए के रास्ते इस सड़क का इस्तेमाल करते हैं.