सीतामढ़ी : शहर स्थित उमंग होटल के सभागार में समता ग्राम सेवा संस्थान के तत्वावधान में सेव द चिल्ड्रेन के सहयोग से ‘लिंग आधारित हिंसा एवं दुर्व्यवहार’ कार्यक्रम अंतर्गत सरकारी पदाधिकारियों के साथ उक्त विषय पर चर्चा की गयी. कार्यक्रम का शुभारंभ ईं भुटेश्वर सिंह, प्रधानाध्यापक सुबोध ठाकुर, बच्ची देवी, जीनत खातून, ज्योति कुमारी व अहतर रजा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम समन्वयक कमल किशोर सिंह ने किया.
उन्होंने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि महिलाओं को सम्मान देने की परंपरा है, किंतु आज भी महिलाएं अपने हक से दूर हैं. सबाना खातून ने कहा कि लड़कियों को घर के सभी सदस्यों के लिए काम करना पड़ता है, किंतु लड़के सिर्फ अपना काम करते है. अभियंता भुटेश्वर सिंह ने कहा कि जहां स्त्रियों की पूजा होती है, वहीं ईश्वर का निवास होता है. भारतीय संस्कृति में नारियों का स्थान सर्वोत्तम है.
मां सबसे श्रेयस्कर होती है, उनके अंदर वात्सल्य कुट-कुट कर कर भरी रहती है. श्री सिंह ने लड़कों से दहेज नहीं लेने की अपील की. लड़कियों से दहेज लोभियों से शादी नहीं करने की नसीहत दी गयी. कार्यक्रम की अध्यक्षता महादलित समुदाय की वार्ड अध्यक्ष बचिया देवी ने की. उन्होंने दलित समुदाय के लड़कियों व लड़कों को समान रूप से जीवन में अपनी-अपनी भागीदारी निभाने का संदेश दिया. कार्यक्रम में रामएकबाल ठाकुर, विजय, प्रेम शंकर सिंह, मो तबरेज, ज्योति कुमारी, खुशनंदन, जयनारायण प्रसाद कुशवाहा ने भी अपने विचारों को व्यक्त किया.