खेल जगत के लिए खास रहा वर्ष 2014, पढ़ें,भारत की पांच बड़ी जीत का ब्यौरा
वर्ष 2014 अपने अंतिम पड़ाव पर है. चंद घंटों के बाद यह साल हमसे विदा ले लेगा और 2015 की धमाकेदार शुरूआत होगी. लोग इस साल की विदाई और आने वाले साल के स्वागत में लग गये हैं. कई तो लेखा-जोखा में लग गये हैं कि 2014 में उन्होंने क्या खोया और क्या पाया. भारत […]
वर्ष 2014 अपने अंतिम पड़ाव पर है. चंद घंटों के बाद यह साल हमसे विदा ले लेगा और 2015 की धमाकेदार शुरूआत होगी. लोग इस साल की विदाई और आने वाले साल के स्वागत में लग गये हैं. कई तो लेखा-जोखा में लग गये हैं कि 2014 में उन्होंने क्या खोया और क्या पाया.
भारत में खेल धर्म बन चुका है. चाहे कोई भी खेल हो लोग उसको दील से प्यार देते हैं. तो 2014 खेल के लिहाज से भारत का प्रदर्शन मिला-जुला रहा है. हालांकि कई ऐसे अवसर आये जिसमें भारत का सिर गर्व से ऊंचा हुआ है. क्रिकेट,हॉकी,टेनिस,बैडमिंटन,कब्बड़ी जैसे खेलों में भारतीय खिलाडियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए देश को जीत दिलायी.
2014 में भारत की पांच बड़ी जीत
1. क्रिकेट –क्रिकेट के लिहाज से 2014 भारत के लिए सबसे अच्छा रहा है. भारतीय क्रिकेटरों ने कई मैच जीत कर देश का नाम रोशन किया है. इस बड़ी जीत में सबसे यादगार रहा दृष्टिबाधित विश्व कप में भारत की जीत.
भारत की टीम ने केपटाउन में विश्वकप प्रतियोगिता के फाइनल में पाकिस्तान को सात दिसंबर को पराजित कर यह उपलब्धि हासिल की थी. इस जीत पर पूरे देश को खुशी हुई. राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित सभी सांसदों ने नेत्रहीन क्रिकेट टीम को बधाई दी.
इस अलावे भारतीय क्रिकेट टीम ने वेस्टइंडीज और श्रीलंका पर बड़ी जीत दर्ज की है. वेस्टइंडीज को भारत ने अधुरी श्रृंखला में बुरी रह से मात दिया. वहीं श्रीलंका को भारत ने क्लीन स्वीप के लिए मजबूर कर दिया था.
2. बैडमिंटन – बैडमिंटन के लिहाज से भी भारत के लिए 2014 काफी यादगार रह. भारत की नंबर वन बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत ने पहली बार चाइना ओपन सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब जीता. इस जीत पर पूरे देश ने दोनों खिलाडियों को बधाई दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साइना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत को जीत के लिए शुभकामना संदेश दिया.
साइना नेहवाल ने जहां जापान की युवा खिलाड़ी अकेनी यामागुची को सीधे गेम में हराकर चाइना ओपन सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब जीता, वहीं श्रीकांत ने पुरुष एकल के फाइनल में चीन के दो बार के ओलंपिक चैंपियन लिन डैन को सीधे गेम में हराकर 700,000 डालर इनामी चाइना ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर का खिताब जीता.
3. हॉकी – हॉकी के लिहाज से भी साल 2014 भारत के लिए काफी यादगार रहा है. भारत ने कई अहम मैचों मे जीत दर्ज की. भारत ने अपने चिर प्रतिद्वंद्वी टीम पाकिस्तान को दो-दो मैकों पर हराया और देश के लिए बड़ी जीत दर्ज की.
भारत की जूनियर हॉकी टीम ने सुल्तान जोहोर कप में पाकिस्तान को 6-0 से रौंद डाला, तो इंचियोन: एशियन गेम्स 2014 के हॉकी के फाइनल मुकाबले में भारत ने 16 सालों बाद अपने चीर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को हराकर स्वर्ण जीत लिया है. इसके साथ ही टीम ने रियो ओलंपिक 2016 के लिये क्वालीफाई कर लिया. भारत 32 सालों बाद एशियाड के फाइनल में पाकिस्तान से भीड़ा था. भारत ने विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को उसकी ही धरती में चार मैचों की सीरीज में 3-1 की अहम जीत दर्ज की.
4. कबड्डी – कबड्डी के लिए 2014 खासा यादगार वर्ष साबित होगा, क्योंकि इस वर्ष भारतीय कबड्डी टीम ने विश्व कप का खिताब जीता.
कबड्डी विश्व कप खिताब में भारतीय पुरुष टीम ने पाकिस्तान को चौथी बार 45.42 से हराया जबकि महिला टीम ने दूसरी बार न्यूजीलैंड को 36.27 से मात दी. भारतीय पुरुष टीम ने जहां पांचवीं बार विश्व कप का खिताब जीता, जबकि महिला टीम लगातार चौथी बार चैम्पियन रही.
5. स्नूकर – भारतीय क्यू खेलों के इतिहास में पहले ही जीवित किवदंती बन चुके पंकज आडवाणी ने 2014 में अपने नाम चार और विश्व खिताब करके इस साल को खेल और अपने लिए यादगार बना दिया. पिछले 12 महीने क्यू खेलों में भारत के पोस्टर ब्वॉय के नाम रहे जिसने ब्रिटेन में दो साल स्नूकर खेलने के बाद लगातार विश्व खिताब जीते.
आडवाणी के चार विश्व खिताब के अलावा यह साल चीन के किशोर यान बिंगताओ की कामयाबी के लिए भी याद किया जायेगा. चौदह बरस के बिंगताओ ने पिछले महीने बेंगलूर में आईबीएसएफ विश्व स्नूकर चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में आडवाणी को हराया और बाद में सबसे युवा स्नूकर चैंपियन भी बना.