नयी दिल्ली : हिंदू संगठनों की ओर से आयोजित कार्यक्रम ‘घर वापसी’ से मोदी सरकार की काफभ् किरकिरी हो रही है. केरल जैसे राज्यों में तो इसका काफभ् विरोध भी हुआ. इन सब के बीच अब भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यकों को लुभाने की तैयारी में दिख रही है. केंद्र सरकार जल्द ही अलपसंख्यकों को लुभाने वाला एक विज्ञापन तैयार करने वाली है.
इसके लिए सुपर स्टार अमिताभ बच्चन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निजी तौर पर बुलावा भेजा है. अल्पसंख्यक राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को मोदी ने अल्पसंख्यकों को लुभाने का काम सौंपा है. नकवी दो या तीन जनवरी से अपने इस अभियान पर निकलेंगे.
नरेंद्र मोदी के लाख मना करने के बाद भी उनके मंत्रियों का विवादित बयान देने का सिलसिला नहीं रुक रहा है, और नाही संघ अपनी हिंदू संगठन अपनी मनमानी से बाज आ रहे है. ऐसे में अल्पसंख्यकों का बडा तबका सरकार के विरोध में नजर आ रहा है. अब सवाल यह है कि जिस प्रकार एक के बाद एक विभिन्न राज्यों में हो रहे चुनाव में मोदी परोक्ष रूप से भाग ले रहे हैं और वहां जीत दर्ज करने को अपना लक्ष्य बनाया है, उसमें अल्पसंख्यकों का फिसलना बाधा डाल सकता है.
इससे निपटने के लिए मोदी ने अल्पसंख्यक मंत्री को सरकार की योजनाओं को अल्पसंख्यकों तक पहुंचाने के बहाने उस तबके को सरकार के नजदीक लाने की जो जिम्मेवारी नकवी को सौंपी है. उसपर जोर शोर से काम शुरू हो गया है. खबरें आयी है कि बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन मोदी सरकार के लिए एक विज्ञापन तैयार करेंगे, जिसमें बच्चन मोदी सरकार की छवि सुधारने का प्रयास करते नजर आयेंगे.
इतना ही नहीं बच्चन अपनी प्रभावशाली आवाज और छवि के साथ लोगों को बतायेंगे कि सरकार का मुख्य मुद्दा विकास है. विकास के लिए जाति—धर्म से उपर उठकर सोंचना होगा. गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी के ही अनुरोध पर अमिताभ बच्चन ने गुजरात सरकार का विज्ञापन बिना कोई शुल्क लिये किया था. जिसमें वे आज भी गुजरात को बेहतरीन बताते नजर आते हैं. ऐसे में मुख्तार अब्बास नकवी ने एबीपी न्यूज से बातचीत में बताया कि सरकार का मुख्य एजेंडा विकास है.
सरकार का सोचना है कि विकास तभी होगा तब इसकी रौशनी समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे. उन्होंने कहा कि सरकार की कई योजनाएं ऐसी है जिसमें अल्पसंख्यकों का कल्याण निहित है, लेकिन राजनीतिक फायदे के लिए कुछ दल उन्हें भरमाने का प्रयास कर रहे है.
ऐसे में अल्पसंख्यकों को सरकार की योजनाओं से अवगत कराना जरुरी हो जाता है. इसके लिए वे लगभग 60—70 जिलों का दौरा कर वहां के अल्पसंख्यक मंत्रियों से मुलाकात करेंगे. साथ ही अल्पसंख्यकों के लिए चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी देंगे और उनके क्रियान्वयन पर जोर देंगे. उन्होंने कहा कि उनके इस दौरे को दूसरे ढंग से पेश नहीं किया जाना चाहिए.
भारतीय जनता पार्टी जिस प्रकार पूर्व बहुमत के साथ सत्ता में आयी है. उसमें देश के हर नागरिक का सहयोग समाहित है. ऐसे में समाज के हर वर्ग के बारे में सोचना सरकार का दायित्व है. एक ओर भाजपा की सहयोगी संस्था हिंदू राष्ट्र, धर्म परिवर्तन और विवादित बयानों से सरकार की किरकिरी करने में लगी है. तो दूसरी ओर नरेंद्र मोदी को पार्टी की छवि सुधारने के लिए ये प्रयास करने पड रहे हैं. अब देखना यह है कि मोदी का प्रयास भाजपा को धर्मनिरपेक्ष पार्टी के रूप में पहचान दिलाने में कितना कामयाब बना पाता है.