नयी दिल्ली : अगर सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही देश के पोस्ट ऑफिस बैंक में बदल जाएंगे. एडीए सरकार ने ‘पोस्ट बैंक’ बनाने की अपनी योजना के तहत मंगलवार को डाकघर बचत बैंक सामान्य नियम, 1981 में संशोधन किया है जिससे अब से कुछ चुनिंदा डाकघर विभाग भी अपने ग्राहकों के लिए एटीएम कार्ड जारी कर पाएंगे.
ये एटीएम कार्ड उन ग्राहकों को जारी किया जाएगा जिनके बचत खाता पोस्ट ऑफिस में है.पोस्टऑफिस एक्ट मेंइस संशोधन से एटीएम कार्ड के साथ खाताधारकों को पासबुक के स्थान पर अकाउंट स्टेटमेंट भी जारी करेगा.
फिलहाल यह सुविधा उन्हीं डाकघरों में शुरु की जाएगी जो कंप्यूटरीकृत फैसिलिटी का इस्तेमाल करते हैं. इसका मतलब है वे सभी डाकघर जो कोर बैंकिंग (सीबीएस) नेटवर्क से जुड़े हैं वहीं यह सुविधा उपलब्ध हो पाएगी. इसके लिए सीबीएस ने पहले से ही सभी ब्रांचों को नेटवर्क से जोड़कर बचत खाता पर काम करना शुरू कर दिया है.
अब सीबीएस पर काम करने वाले डाकघर भी एटीएम लगा पाएंगे. फिलहाल देश में काम कर रहे कुल 1,55,000 डाकघरों में 676 डाकघरों में कोर बैंकिंग की सुविधा उपलब्ध है. इनमें से 90 प्रतिशत करीब 1,33,000 बैंक ग्रामीण क्षेत्रों में हैं.
चालू वित्तीय वर्ष में सरकार ने डाकधरों के आधुनिकीकरण के लिए 4000 करोड़ का प्रावधान किया है, जिसके तहत सरकार 2015 तक देश में कोर बैंकिंग वाले 2800 डाकघर खोलेगी. फिलहाल देश के सभी डाकधर अलग-अलग डिपोजिट स्कीम के तहत कुल 6 लाख करोड़ रुपये की राशि का प्रबंधन करती है.