रांची: रसोई गैस उपभोक्ताओं को डीबीटीएल (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर फॉर एलपीजी) योजना से जोड़ने के लिए एलपीजी कंपनियों ने 31 मार्च, 2015 तक का समय दिया है.
ग्राहकों को हो रही परेशानियों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है. ज्ञात हो कि पहले एक जनवरी, 2015 तक सभी को आधार कार्ड जमा करने का समय दिया गया था. हालांकि योजना एक जनवरी से शुरू हो रही है. एक अप्रैल से योजना शत-प्रतिशत लागू की जायेगी. एक जनवरी से 31 मार्च तक के समय को ग्रेस पीरियड कहा गया है. इस दौरान यदि ग्राहकों का खाता बैंक से जुड़ जाता है, तो सब्सिडी की राशि खाते में आने लगेगी. अग्रिम में मिलने वाली सब्सिडी की राशि से सिलिंडर खरीदा जा सकेगा. अब तक मात्र 32 फीसदी ग्राहक ही आधार से लिंक हो पाये हैं.
डाकघर-सहकारी बैंक के ग्राहकों को नहीं मिलेगा लाभ : डीबीटीएल का लाभ लेनेवाले ग्राहकों को राष्ट्रीयकृत बैंकों में खाता खुलवाना होगा. घरेलू गैस सिलिंडर पर मिलने वाली सब्सिडी राशि उन्हीं उपभोक्ताओं के खाते में जमा होगी, जिनका खाता आइएफएससी (इंडियन फाइनेंशियल सिस्टम कोड) वाले बैंकों में होंगे. डाकघर या सहकारी बैंक के ग्राहकों को सब्सिडी का लाभ नहीं मिल पायेगा, क्योंकि ये कोर बैंकिंग से नहीं जुड़े हैं.