बोकारो: अब थ्योरी 70 अंक और प्रैक्टिकल होंगे 30 अंक के. अगले साल की प्लस टू बोर्ड की परीक्षा में इसे लागू किया जायेगा. यह निर्णय सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसइ) ने लिया है. बोर्ड ने इस शैक्षणिक सत्र से प्रैक्टिकल मार्क्स में बदलाव करने की पहल शुरू कर दी है.
अभी तक स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल में 20 फीसदी मार्क्स का वेटेज मिलता था, लेकिन अब प्रैक्टिकल में 30 फीसदी अंकों का वेटेज मिलेगा. बोर्ड के अनुसार इसका उद्देश्य स्टूडेंट्स में थ्योरी के साथ प्रैक्टिकल नॉलेज को बढ़ावा देना है. इसका सबसे ज्यादा फायदा स्टूडेंट्स को मिलेगा.
15 जनवरी से 15 फरवरी तक
जनवरी से स्कूल बेस्ड प्रैक्टिकल एग्जाम शुरू होंगे. बोर्ड के प्रैक्टिकल एग्जाम 15 जनवरी से शुरू होकर 15 फरवरी तक चलेंगे. इसमें यह प्रक्रिया लागू होगी. अब तक सीबीएसइ साइंस में फिजिक्स और केमेस्ट्री विषय के प्रैक्टिकल होते हैं, लेकिन इस बार से इसमें बदलाव किया गया है. अभी तक इन विषयों में प्रैक्टिकल का वेटेज 20 फीसदी अंकों का मिलता था, लेकिन इस साल से इसे परिवर्तित कर 30 कर दिया गया है. सीबीएसइ साइंस के अलावा ह्यूमन हिस्ट्री और ज्योग्राफी लेनेवाले स्टूडेंट्स के लिए भी प्रैक्टिकल सेशन शुरू करने जा रहा है.
घटाये गये पीएसए के अंक
सीबीएसइ 10वीं बोर्ड में लिये जाने वाले असेसमेंट ऑफ स्पीकिंग एंड लिसनिंग स्कील्स (एएसएल) के मार्क्स को भी इस साल से बढ़ा रहा है. इस बार 10वीं बोर्ड देने वाले स्टूडेंट्स को एएसएल के लिए 20 मार्क्स का वेटेज दिया जायेगा. प्राब्लम सॉल्विंग असेसमेंट (पीएसए ) में अंक कम कर दिया गया है. पीएसए अब 70 मार्क्स का होगा. सीबीएसइ स्कूलों में प्रैक्टिकल की परीक्षा पहले हो जाती है. अभी तक बोर्ड ने नोटिफिकेशन तो नहीं निकाला है, लेकिन 15 जनवरी से 15 फरवरी तक तमाम स्कूलों को प्रैक्टिकल परीक्षा ले लेनी होती है. इसके लिए एक्सटर्नल दूसरे शहर के स्कूल से आते हैं. हर साल एक्सटर्नल के रूप में टीचर नये रहते हैं. टीचर्स की लिस्ट सीबीएसइ द्वारा स्कूलों को भेजी जाती है.