भागलपुर: आदमपुर थाना क्षेत्र के दिलीप बिंद के मकान में हुए डेटोनेटर विस्फोट मामले में पटना से आयी एटीएस (एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड) की टीम बुधवार को लौट गयी. एटीएम अधिकारियों ने इस मामले में एक दर्जन से अधिक छात्र, मकान मालिक और मोहल्लेवासियों से पूछताछ की थी.
टीम ने सभी पूछताछ की विडियोग्राफी करायी थी. सारे विडियोग्राफी की सीडी तैयार कर एटीएस टीम पटना ले गयी. उधर, हिरासत में लिये गये मकान मालिक समेत छह छात्रों को पुलिस ने निजी मुचलका पर छोड़ दिया गया. मकान में रहने वाले पूर्व छात्र व किरायेदारों को बुला कर बुधवार को भी आदमपुर पुलिस पूछताछ की. पूछताछ में यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि मकान में 45 से अधिक डेटोनेटर कहां से आया?
चार दिन की जांच फिर भी मामला स्पष्ट नहीं. चार दिन की लंबी जांच के बाद भी पुलिस या एटीएस के अधिकारी यह स्पष्ट नहीं कर पाये हैं कि डेटोनेटर मामला आतंकी से जुड़ा है या नक्सली से. चार दिनों तक जांच एजेंसियां लगातार इस बिंदु पर माथापच्ची करती रही. लेकिन नतीजा शून्य रहा. चौथे दिन भी पुलिस की पूछताछ पूरी नहीं हो पायी है. मामला स्पष्ट नहीं होने के कारण पुलिस कुछ भी बताने से परहेज कर रही है. चार दिन बाद यह भी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ब्लास्ट और डेटोनेटर मिलने की घटना कौन है? मकान में इतना डेटोनेटर कहां से आया, इसका भी खुलासा नहीं हो पाया है. पहले इस मामले में जांच एजेंसियां मकान मालिक की भूमिका को संदिग्ध मान रही थी. लेकिन जब मकान मालिक के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला तो उसे छोड़ दिया गया.
जख्मी छात्र की हालत में हो रहा सुधार
डेटोनेटर ब्लास्ट में जख्मी आठवीं का छात्र कंदर्प झा की हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है. जेएलएनएमसीएच में उसका इलाज चल रहा है. उसके जख्म की नियमित रूप से ड्रेसिंग हो रही है. घटना के बाद कंदर्प और उसके माता-पिता काफी सदमे में हैं.