रांची: नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी नगड़ी, कांके की प्रथम सेमेस्टर की छात्र के साथ अभद्र व्यवहार के मामले की रिपोर्ट कुलपति डॉ वीसी निर्मल ने चीफ जस्टिस वीरेंदर सिंह को मंगलवार को सौंप दी. रिपोर्ट देखने के बाद चीफ जस्टिस ने भविष्य में इस तरह की घटना नहीं हो, इसके लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया.
कुलपति सुबह 10 बजे रिपोर्ट के साथ उपस्थित हुए थे. इधर, असिस्टेंट रजिस्ट्रार (इंचार्ज) सह परीक्षा नियंत्रक सह असिस्टेंट प्रोफेसर पॉलिटिकल साइंस डॉ नरेंद्र नरोत्तम को घटना के लिए प्रथम दृष्टया जिम्मेवार मानते हुए अगले आदेश तक विश्वविद्यालय में उनके काम करने पर रोक लगाने का निर्देश दिया गया. साथ ही उनके वेतन भुगतान पर भी रोक रहेगी.
उक्त कार्रवाई चीफ जस्टिस (नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति) के निर्देश पर की गयी है. गौरतलब है कि पीड़िता प्रथम सेमेस्टर की छात्र है. उसने यौन प्रताड़ना का आरोप लगाया था.
22 दिसंबर को छात्र के माता-पिता ने चीफ जस्टिस से मिल कर लिखित शिकायत दर्ज करायी थी. उसके बाद चीफ जस्टिस ने पूरी घटना की रिपोर्ट के साथ कुलपति डॉ निर्मल को पेश होने का निर्देश दिया था.