*अर्जुन मुंडा, बाबूलाल मरांडी, मधु कोड़ा, सुदेश महतो हारे, एक सीट से सीएम हारे
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झारखंड में BJP+ को बहुमत
*अर्जुन मुंडा, बाबूलाल मरांडी, मधु कोड़ा, सुदेश महतो हारे, एक सीट से सीएम हारे झारखंड में भाजपा गंठबंधन को पूर्ण बहुमत मिल गया है. 14 साल में पहली बार बहुमत की कोई सरकार बनने जा रही है. 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के लिए हुए चुनाव में भाजपा गंठबंधन (भाजपा और आजसू) को 42 सीटें मिली […]
झारखंड में भाजपा गंठबंधन को पूर्ण बहुमत मिल गया है. 14 साल में पहली बार बहुमत की कोई सरकार बनने जा रही है. 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के लिए हुए चुनाव में भाजपा गंठबंधन (भाजपा और आजसू) को 42 सीटें मिली हैं, जबकि झामुमो को 19 सीट. कई सीटों पर अप्रत्याशित रिजल्ट आये हैं. तीन-तीन पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुनमुंडा, बाबूलाल मरांडी, मधु कोड़ा और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो चुनाव हार गये हैं. वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बरहेट से चुनाव जीत गये हैं, लेकिन दुमका से हार गये हैं. हेमंत कैबिनेट के अधिकतर मंत्री चुनाव हार गये हैं. अब सारी चर्चा इस बात की है कि झारखंड का मुख्यमंत्री कौन होगा?
प्रभात खबर टोली, रांची
सत्तारूढ़ पार्टी झामुमो राज्य में दूसरा सबसे बड़ा दल बना है. पर इस चुनाव में बड़ा उलटफेर भी हुआ है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बरहेट से तो जीते, पर तीन को छोड़ हाजी हुसैन अंसारी समेत सभी मंत्री चुनाव हार गये. अन्य दलों के मंत्री कांग्रेस के राजेंद्र सिंह, गीताश्री उरांव, मन्नान मलिक, बन्ना गुप्ता, राजद के सुरेश पासवान व अन्नपूर्णा देवी को भी अपनी-अपनी सीट गंवानी पड़ी. झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी भी दोनों सीट गिरिडीह व राजधनवार से चुनाव हार गये हैं. पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा को भी हार का मुंह देखना पड़ा है. जबकि उनकी पत्नी गीता कोड़ा ने जगन्नाथपुर सुरक्षित सीट से जीत दर्ज कर ली है. भाकपा माले के विनोद सिंह अपनी परंपरागत बगोदर सीट बचा नहीं पाये. जबकि उनके दल के ही राजकुमार यादव ने राजधनवार से बाबूलाल मरांडी को हरा कर जीत दर्ज की. राजद, जदयू, लोजपा व सपा का खाता तक नहीं खुला.
भाजपा के सहयोगी आजसू को बड़ा झटका लगा, जब उसके प्रमुख और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो अपने गृह क्षेत्र सिल्ली से चुनाव हार गये, जहां से वह पिछले 15 वर्ष से विधायक थे. सत्तारुढ़ झामुमो ने 19 सीटें जीती हैं, जबकि सरकार में उसकी भागीदार कांग्रेस को छह सीटें हासिल हुई हैं.
भाजपा ने जहां 2009 में मिली 18 सीटों को 37 तक पहुंचाया, वहीं जेएमएम की सरकार भले ही चली गयी, लेकिन उसकी सीटें 18 से बढ़ कर 19 हो गयी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बरहेट से 24,087 वोट से जीते, जबकि दुमका में उन्हें 5,262 वोट से हार का मुंह देखना पड़ा. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के नेतृत्ववाले जेवीएम ने आठ सीटें जीती. पिछले चुनाव में उसने 11 सीटों पर विजय हासिल की थी. भाजपा वोट बंटवारे में भी अव्वल रही. उसे कुल 31.4 प्रतिशत वोट मिले, जबकि जेएमएम को 20.5 प्रतिशत, कांग्रेस को 10.3 प्रतिशत और जेवीएम को 10 प्रतिशत वोट मिले. वहीं तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों के अपने गृह क्षेत्रों में चुनाव हार जाने से यथास्थिति से मतदाताओं का मोहभंग होने का संकेत मिलता है. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और तीन बार मुख्यमंत्री बने भाजपा के अर्जुनमुंडा की जीत की उम्मीदें थीं, लेकिन दोनों चुनाव हार गये. इससे संकेत मिलता है कि मतदाताओं ने अधिकतर पुराने चेहरों को खारिज कर दिया है.
स्पीकर हारे, दो पूर्व स्पीकर जीते
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व भाजपा नेता सीपी सिंह ने झामुमो की महुआ माजी को 58756 मतांे के भारी अंतर से हरा कर लगातार पांचवीं बार रांची विधानसभा सीट से जीत दर्ज की. दूसरी ओर पाकुड़ सीट से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष आलमगीर आलम ने भी 2009 में चुनाव हारने के बाद एक बार फिर झामुमो को हरा कर यह सीट कांग्रेस के लिए हासिल कर ली. आलम ने पाकुड सीट तीसरी बार कांग्रेस के लिए जीती है. आलम वर्ष 2000 और 2005 में भी यह सीट जीत चुके हैं. 2009 में झामुमो के अकील अख्तर से यह सीट हार गये थे. उन्होंने 18066 मतों से अख्तर को इस बार हराया. इधर वर्तमान स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता अपनी सारठ की सीट नहीं बचा सके. वह तीसरे नंबर पर आ गये. सारठ से झाविमो के रणधीर कुमार सिंह ने भाजपा के उदयशंकर सिंह को 13000 से अधिक मतों से पराजित किया. श्री भोक्ता ने चुनाव हारने के बाद कहा कि राजनीति में हार- जीत लगी रहती है और इससे उनके मनोबल पर कोई फर्क नहीं पड़ा है और वह जनता की सेवा करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि वह बुधवार को विधानसभा सचिवालय को अपना इस्तीफा भेज देंगे.
राजद का खाती तक नहीं खुला खाता
राजद इस चुनाव में एक भी सीट नहीं बचा पाया. हेमंत सरकार में मंत्री रही अन्नपूर्णा देवी को अपनी परंपरागत कोडरमा सीट गंवानी पड़ी. गढ़वा से चुनाव लड़ रहे प्रदेश अध्यक्ष गिरिनाथ सिंह भी अपनी जमीन नहीं बचा सके. चतरा, हुसैनाबाद, देवघर और गोड्डा में पार्टी अपनी सीट नहीं बचा सकी.
झारखंड में अच्छी सरकार देंगे : शाह
नयी दिल्ली. झारखंड व जम्मू कश्मीर में भाजपा की बड़ी जीत से उत्साहित पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व की प्रशंसा की. कहा : हम झारखंड में एक अच्छी सरकार देंगे. चुनाव परिणाम उन लोगों के लिए एक सबक है, जो हमारी सरकार के विकास और परिवर्तन के एजेंडे का विरोध करते हैं. हमने जम्मू कश्मीर में अपनी सीटों में सुधार किया है.
स्थिरता के पक्ष में जनता का मत : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड और जम्मू-कश्मीर में भाजपा कार्यकर्ताओं को बधाई दी. कहा : विधानसभा चुनाव के नतीजे उनके कठोर परिश्रम और नि:स्वार्थ समर्पण का परिणाम हैं. झारखंड के लोगों ने स्थिरता के लिए मतदान किया है, जो राज्य की सही क्षमता को साकार करने के लिए जरूरी है. मैं उन्हें बधाई देता हूं. जम्मू-कश्मीर में रिकॉर्ड मतदान लोकतंत्र में लोगों की आस्था को दर्शाता है. भाजपा में अपना विश्वास जताने के लिए मैं तहेदिल से उनका शुक्रिया अदा करता हूं.
सीएम तय करने के लिए आज बैठक
रांची. दिल्ली में बुधवार को दिन के 11.30 बजे भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक होगी. इसमें झारखंड व जम्मू-कश्मीर में विधायक दल के नेता चुनने पर विचार होगा. दोनों राज्यों के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया जायेगा, जो विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेगा. केंद्रीय नेतृत्व की सहमति के बाद विधायक दल के नेता की घोषणा की जायेगी. नेता चुने जाने के बाद शपथ ग्रहण की तिथि तय की जायेगी. चर्चा है कि शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह समेत भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री और कई केंद्रीय मंत्री हिस्सा लेंगे. इधर, मुख्यमंत्री के नाम को लेकर चर्चा शुरू हो गयी है. रघुवर दास, सरयू राय, सीपी सिंह, सुदर्शन भगत, जयंत सिन्हा, शिवशंकर उरांव समेत कई लोग मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में शामिल हैं.
रांची जिले से चार सीट भाजपा को
रांची में छह विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतगणना हुई. रांची, खिजरी, कांके व मांडर से भाजपा प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की. रांची से सीपी सिंह, खिजरी से रामकुमार पाहन, कांके से जीतू चरण राम और मांडर से गंगोत्री कुजूर ने जीत दर्ज की. हटिया से झाविमो के उम्मीदवार नवीन जायसवाल ने भाजपा की सीमा शर्मा को हराया. सिल्ली से झामुमो के अमित महतो ने आजसू प्रमुख सुदेश महतो को 29740 मतों के भारी अंतर से हराया. सुदेश की इस हार को पार्टी और भाजपा गंठबंधन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
सीएम ने इस्तीफा सौंपा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. मंगलवार रात 8.30 बजे राजभवन जाकरउन्होंने राज्यपाल डॉ सैयद अहमद को अपना इस्तीफा सौंपा. राज्यपाल ने उन्हें नयी सरकार के गठन तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करने के लिए कहा.
दुमका हारे, पर झारखंड जीते
इससे पहले चुनाव नतीजों पर हेमंत ने कहा : झामुमो भले ही दुमका सीट हारा हो, लेकिन उसने झारखंड जीतने का काम किया है. एक ओर भाजपा थी, जिसमें प्रधानमंत्री से लेकर पूरे देश के नेता चुनाव में लगे हुए थे, दूसरी ओर झामुमो था. बावजूद इसके झामुमो ने अपना मजबूत जनाधार दिखाया है. हम जनादेश का सम्मान करते हैं. विपक्ष में हम बैठने को तैयार हैं. संवैधानिक प्रक्रिया पूरी करने जा रहा हूं.
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