पेशावर में आतंकी हमला : पाक के गम में भारत भी शरीक, नवाज शरीफ ने दिये कड़े रुख के संकेत
पाकिस्तान के पेशावर शहर के आर्मी पब्लिक स्कूल में मंगलवार को हुए आतंकी हमले से स्तब्ध विश्व समुदाय दूसरे दिन भी शोक में डूबा रहा. अपने बच्चों को खोनेवाले पाकिस्तान में मातम पसरा है. भारत भी उनके इस गम में शरीक हुआ.
बच्चों को श्रद्धांजलि देने के लिए भारतीय स्कूलों और संसद के दोनों सदनों में बुधवार को दो मिनट का मौन रखा गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए. उधर, सख्त रुख अपनाते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आतंकवाद के मामलों में सजा-ए-मौत पर 2008 से लगी रोक हटा ली है. अब देश में कम से कम 800 आतंकियों को फांसी देने का रास्ता साफ हो गया है. शरीफ ने वादा किया है कि पूरे क्षेत्र से आतंकवाद का सफाया करके ही दम लेंगे. इस बीच, तालिबान ने पेशावर के हमलावर आठ आतंकियों के फोटो जारी कर दिये हैं. इधर, हाफिज सईद ने भारत को धमकी दी है.
पाकिस्तान में फांसी पर 2008 से लगी रोक हटी
पेशावर : पाकिस्तान के पेशावर में हुए आतंकी हमलों के बाद हर तरफ हाहाकार मचा है. आतंकियों के खिलाफ बने माहौल को देखते हुए पाक सरकार ने भी कड़े कदम उठाने की तैयारी कर ली है. इसी कड़ी में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आंतिकयों के खिलाफ मौत की सजा से पाबंदी हटा ली है. जिसके बाद देशभर के जेलों में मौत की सजा पाये करीब 800 आतंकियों को फांसी देने का रास्ता साफ हो गया है.
बताया जा रहा है कि अगले 48 घंटों में इन आंतिकयों को ब्लैक वारंट जारी कर दिया जायेगा. जिससे उन्हें कभी भी फांसी पर लटकाया जायेगा. समाचार चैनल समा टीवी के मुताबिक अगले 48 घंटों में कई आतंकियों को फांसी हो सकती है. पाकिस्तान ने सितंबर 2008 में फांसी की सजा पर रोक लगायी थी, तब से पाकिस्तान में किसी को फांसी नहीं दी गयी है.
पाकिस्तान के राष्ट्रपति 552 आंतकवादियों की रहम की अपील खारिज कर चुके हैं. राष्ट्रपति के पास अब भी करीब 300 अपीलें और भेजी गयी हैं. उधर, बुधवार को पेशावर के उसी स्कूल में पुलिस ने एक जिंदा बम बरामद किया, जहां मंगलवार को आतंकवादियों ने 132 बच्चों समेत 141 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. इसके अलावा एक गल्र्स स्कूल में बम धमाके हुए हालांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. इस बीच, तालिबान ने पेशावर के हमलावरों का फोटो जारी कर दिया है.
जारी रहेगी जंग: प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा है कि अच्छे और बुरे तालिबान का कोई मतलब नहीं, इसमें अंतर नहीं किया जायेगा. हम पूरी ताकत से आतंकियों के खिलाफ लड़ेंगे और इंशा अल्लाह उन्हें उनके अंजाम तक पहुंचायेंगे. पाकिस्तान की धरती से आतंकवाद खत्म होने तक ये जंग जारी रहेगी. हम उन्हें हर हाल में हरा कर रहेंगे. इस बीच, पाकिस्तान की सभी राजनीतिक पार्टियां तालिबान के खिलाफ एकजुट हो गयी हैं. शरीफ द्वारा बुधवार को बुलायी एक सर्वदलीय बैठक में मौजूद राजनीतिक दलों ने तालिबान से निपटने की योजनाओं पर बातचीत की.
शरीफ ने आतंकवाद निरोधी रणनीति तैयार करने के लिए एक नेशनल प्लान कमीशन बनाने का भी एलान किया. उन्होंने ने बताया कि आतंकवादियों को खत्म करने की रणनीति पर चर्चा करने के लिए सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ काबुल पहुंच चुके हैं.
एक साथ आये शरीफ-इमरान: वहीं इस दौरान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान ने कहा कि संकट की इस घड़ी में जब पूरा देश एकजुट है, तब हम अलग कैसे रह सकते हैं हमारे मुखालफत अलग हैं लेकिन इस मुद्दे पर हम एक हैं और इस पर कोई राजनीति नहीं होगी. इमरान ने कहा कि पूरी दुनिया और देश को यह एक संदेश है कि हम पूरी तरह एकजुट हैं. कुछ समय पहले पाकिस्तान सरकार के विरोध में देशभर में प्रदर्शन चलाने वाली प्रमुख विपक्षी पार्टी तहरीक ए इंसाफ के मुखिया इमरान खान ने सभी विरोधों को दरकिनार करते हुए नवाज शरीफ के साथ मंच साझा किया.
चेहरे पर गुस्सा, आंखें नम: उधर, गहरे शोक में डूबे पाकिस्तान के हर आमो-खास ने नम आंखों से गुस्से का इजहार किया है. देश में तीन दिन के राष्ट्रीय शोक के मद्देनजर पाकिस्तान का राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका दिया गया है. इस घटना के चलते अशांत खैबर पख्तूनख्वा में सभी शैक्षिक संस्थान बंद रहे. पेशावर इसी प्रांत की राजधानी है. देश में ज्यादातर स्कूलों में सुबह की सभा में मौन रखा गया.
इसलामाबाद और रावलपिंडी सहित विभिन्न शहरों में लोगों ने हमले की निंदा करने और पीड़ित परिजनों के प्रति एकजुटता व्यक्त करने के लिए कैंडल मार्च निकाला. राजनेताओं ने भी आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखायी. मृतकों को दफनाना बीती रात ही शुरू हो गया था और यह सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा. नमाज-ए-जनाजा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए.
आर्मी चीफ ने काबुल को धमकाया: पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष राहिल शरीफ ने अफगानिस्तान को चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि वह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के मुखिया मुल्ला फजलुल्ला को पकड़ने में मदद करे. पाक सेनाध्यक्ष ने कहा कि ऐसा न होने की स्थिति में पाकिस्तान खुद एक्शन लेने के लिए बाध्य होगा. मुल्ला फजलुल्ला अफगानिस्तान के सीमावर्ती इलाकों कुनार और नूरिस्तान प्रांत में कहीं छिपा हुआ है. उन्होंने राहिल शरीफ अफगानिस्तान पहुंच गये हैं.
वो वहां पाक तालिबान के इस वारदात में शामिल होने के पुख्ता सबूत अफगान अधिकारियों के सामने रखेंगे। आर्मी चीफ अफगानिस्तान के सेनाध्यक्ष के अलावा राष्ट्रपति अशरफ घानी से भी मिलेंगे। बता दें कि पाकिस्तान सरकार यह मानती रही है कि पूर्व की हामिद करजई सरकार पाकिस्तान विरोधी तत्वों को बढावा देती रही है।
आतंकियों ने मासूम बच्चों को गोलियों से भूना, पाकिस्तान के लिए इससे ज्यादा दुखदायी चीज और कोई नहीं हो सकती. अब आतंकियों से कोई बातचीत नहीं होगी. सेना का आतंकियों के खात्मे तक ऑपरेशन जारी रहेगा. बच्चों की कुर्बानियां बेकार नहीं जायेंगी.
नवाज शरीफ, प्रधानमंत्री, पाकिस्तान
भारत में भी संसद से सड़क तक शोक व श्रद्धांजलि
नयी दिल्ली : भारत में भी संसद से सड़क तक आतंकवाद के खिलाफ आक्रोश दिखा. संसद ने इस घटना को बर्बर, वहशी और कायराना बता कर निंदा की है. दोनों सदनों में सदस्यों ने दो मिनट तक मौन रख कर मारे गये छात्रों को श्रद्धांजलि भी दी.
लोकसभा ने आतंकवाद से दृढ़ता से मुकाबला करने के संकल्प के साथ प्रस्ताव भी पारित किया. इसमें कहा गया, यह सभा संकल्प करती है कि इस प्रकार के आतंकी हमले मानवता के प्रति अपराध हैं. भविष्य का निर्माण कर रहे स्कूलों पर इस तरह का हमला मानवता पर हमला है.
विश्व को आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट हो जाना चाहिए ताकि भविष्य में कहीं भी इसकी पुनरावृत्ति न हो और संपूर्ण विश्व से आतंकवाद का खत्मा हो सकें.वहीं, देश भर में शिक्षण संस्थानों, धार्मिक, सामाजिक संगठनों और अन्य विभिन्न संस्थाओं ने पाकिस्तान की घटना पर विरोध जताया व निंदा की है. छात्रों ने ‘आतंकवाद का खात्मा हो,’ ‘निदरेषों का कत्लेआम बंद करो’ जैसी तख्तियां लेकर कई शहरों में प्रदर्शन किया.