नयी दिल्ली : सिडनी के लिंट चॉकलेट कैफे में बंधक बने दो भारतीय आइटी विशेषज्ञ विश्वकांत अंकीरेड्डी व पुष्पेंदु घोष समेत सभी 40 लोगों को 17 घंटे बाद मुक्त करा लिया गया. सिडनी की इस घटना के बाद भारत के प्रमुख महानगरों सहित कई शहरों की सुरक्षा बढ़ी दी गई है.
सुरक्षा एजेंसियों ने भी भारत में सिडनी जैसे हमले की आशंका जताई है. दिल्ली में छुट्टी पर गए सभी पुलिस अधिकारियों को वापस बुला लिया गया है.
इधर, आइएस के ट्विटर हैंडलर से बेंगलुरु पुलिस को धमकी दी गयी है कि यह आतंकवादी संगठन बेंगलुरु में सिडनी जैसी और इससे बड़ी कार्रवाई करेगा. पुलिस ने धमकी मिलने की पुष्टि की है और कहा है कि ट्वीट की गहन जांच की जा रही है. हालांकि, पुलिस ने ट्विटर पर दी गई धमकी को ज्यादा तवज्जो नहीं दी जिसमें कहा गया था कि सिडनी जैसे बंधक संकट का अगला निशाना बेंगलुरु ही होगा.
इस धमकी के बाद सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है्. कुछ भारतीय युवकों का आतंकी संगठन आइएसआइएस के साथ लिंक के बाद भारत सुरक्षा के प्रति गंभीर हो चुका है. हाल में ही बेंगलुरु के युवक मेहदी मसरूर को आइएसआइएस का ट्विटर अकाउंट हैंडल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
बताया जा रहा है कि इस धमकी के संबंध में सुरक्षा एजेंसियां मेहदी से भी पूछताछ कर रही है.अरीब मजीद भी ट्विटर अकाउंट से जुड़ा था. उसने अंतिम ट्वीट 4 नवंबर को किया था. उसने 41 लोगों को फॉलो किया था.
दिल्ली में सुरक्षा कडी की गई
आस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में बंधक संकट के मामले में दिल्ली में मॉल जैसे सार्वजनिक स्थानों तथा दूसरी जगहों पर सुरक्षा सख्त कर दी गई है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार मशहूर मॉल और कैफे एवं रेस्तरां वाले इलाकों में सुरक्षा कडी की गई है क्योंकि सिडनी में एक लोकप्रिय कैफे को ही निशाना बनाया गया है.
दिल्ली पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी ने कहा, ‘‘दिल्ली में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी जरुरी कदम उठाए गए हैं.’’ बीते पांच दिसंबर को आतंकी हमलों की आशंका को लेकर खुफिया जानकारी मिलने के बाद दिल्ली में पहले से ही सतर्कता बरती जा रही है. समस और नए साल तथा फिर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत दौरे को देखते हुए भी पुलिस बलों को सतर्क रखा गया है.