सिलीगुड़ी: शहर में आज से शुरू सिलीगुड़ी कार्निवाल को लेकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गयी है. एक ओर जहां उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव इस आयोजन को लेकर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पूरा विपक्ष उनके खिलाफ हमलावर है. हालांकि सिलीगुड़ी के लोग इस कार्निवाल को लेकर उत्सव के मूड में हैं.
विपक्ष ने इस तरह के आयोजन की निंदा की है. माकपा, कांग्रेस तथा भाजपा ने मंत्री गौतम देव के खिलाफ हमलावर रुख अख्तियार कर लिया है. माकपा नेता तथा पूर्व मंत्री अशोक भट्टाचार्य का कहना है कि इस प्रकार का आयोजन समय और पैसे की बर्बादी है. शहर में नागरिक सेवाओं की स्थिति बेहद दयनीय है. इसके बावजूद सिलीगुड़ी नगर निगम के फंड से सिलीगुड़ी कार्निवाल का आयोजन किया जा रहा है. यह एक तरह से सरकारी पैसे का दुरुपयोग है. उन्होंने आगे कहा कि राज्य में सारधा घोटाला मामले में तृणमूल के नेता और मंत्री एक-एक कर जेल जा रहे हैं. पूरे राज्य में तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ माहौल बना हुआ है. ऐसे में मंत्री गौतम देव इस प्रकार का आयोजन कर आम लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने इस मुद्दे पर कोर्ट जाने की भी धमकी दी है. कांग्रेस जिला अध्यक्ष तथा विधायक शंकर मालाकार का भी कुछ ऐसा ही कहना है. शंकर मालाकार ने कहा है कि उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव सिलीगुड़ी कार्निवाल का आयोजन कर जनता को बेवकूफ बना रहे हैं. उन्हें शायद पता नहीं है कि सिलीगुड़ी की जनता बेहद होशियार हैं और वह तृणमूल कांग्रेस के इन चालों को समझती है. उन्होंने उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि मंत्री सिर्फ शिलान्यास का काम कर रहे हैं. सत्ता में आने के बाद से उन्होंने अब तक दर्जनों परियोजनाओं का शिलान्यास किया, लेकिन काम पूरा नहीं हुआ है. आम लोगों में इसकी वजह से क्षोभ बढ़ रहा है. आम लोगों की नाराजगी को कम करने के लिए ही वह इस प्रकार का आयोजन कर रहे हैं. उन्होंने इस पूरे मामले को विधानसभा में उठाने की बात कही. दूसरी तरफ भाजपा ने भी सिलीगुड़ी कार्निवाल के आयोजन की निंदा करते हुए उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव को कोसा है. न केवल स्थानीय भाजपा नेता, बल्कि सांसद एसएस अहलूवालिया ने भी इस प्रकार के आयोजन की निंदा की है. रविवार को नई दिल्ली से एसएस अहलूवालिया ने साफ तौर पर बताया कि सारधा घोटाले में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं और मंत्रियों की गिरफ्तारी से आम लोगों का ध्यान हटाने के लिए ही सिलीगुड़ी कार्निवाल का आयोजन किया गया है.
उन्होंने इसे सरकारी धन का दुरुपयोग बताया और उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव से इस पूरे आयोजन पर हो रहे खर्च की जानकारी मांगी. इस बीच, सिलीगुड़ी कार्निवाल के दौरान हिलकार्ट रोड पर वाहनों की आवाजाही बंद किये जाने से आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. आज कार्निवाल के उद्घाटन अवसर पर हिलकार्ट रोड पर 12 बजे के बाद से सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. आम लोगों का कहना है कि हिलकार्ट रोड सिलीगुड़ी शहर का हृदय स्थल है और हर दिन ही हजारों लोग इस रोड से होकर आवाजाही करते हैं. इतना ही नहीं, कोर्ट मोड़ से माटीगाड़ा, बागडोगरा, नक्सलबाड़ी आदि इलाकों में जाने के लिए बसों एवं अन्य वाहनों को हिलकार्ट रोड का प्रयोग करना पड़ता है. इसके अलावा न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन जाने के लिए भी हिलकार्ट रोड होकर गुजरना जरूरी है. ऐसे में इस रोड को बंद करने से स्वाभाविक तौर पर लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. बागडोगरा तथा नक्सलबाड़ी की ओर जाने वाली बसों को मल्लागुड़ी से संचालित किया जा रहा है. यह स्थिति कल 16 तारीख तक बनी रहेगी. दूसरी ओर मंत्री गौतम देव ने विपक्ष की आलोचना को नजरअंदाज कर दिया है. उनका कहना है कि सिलीगुड़ी कार्निवाल के आयोजन का मकसद जहां आम लोगों को मनोरंजन कराना है, वहीं कलाकारों को इस आयोजन से आर्थिक लाभ मिलेगा. उन्होंने साफ-साफ कहा कि भाजपा सांसद एसएस अहलूवालिया इस मुद्दे को लेकर क्या कहते हैं, इससे उनको कोई फर्क नहीं पड़ता.