बेंगलुरु/कोलकाता : आतंकवादी संगठन इसलामिक स्टेट (आइएस) का समर्थन करनेवाले सबसे प्रभावी ट्विटर अकाउंट हैंडल करने के आरोप में बेंगलुरु में रहनेवाले इंजीनियर मेहदी मसरूर बिश्वास को शनिवार को उसके एक कमरे के किराये के फ्लैट से गिरफ्तार कर लिया गया.
उस पर ‘जंग छेड़ने’ और गैर-कानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के आरोप लगाये गये हैं. हिरासत में लिये जाने पर उसने प्रतिरोध नहीं किया. बेंगलुरु पुलिस लगातार आइबी और एनआइए के संपर्क में है. कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक एल पचाउ ने बताया कि मेहदी ने ‘कबूल’ किया है कि वह जिहाद समर्थक ट्विटर अकाउंट ‘शमीविटनेस’ चलाता था.
वह आइएस में भरती होनेवाले नये सदस्यों के लिए ‘भड़काने और सूचना का स्रोत’ बन गया था. बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त एमएन रेड्डी ने कहा कि यहां एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में ‘मैन्युफैक्चरिंग एग्जीक्यूटिव’ के रूप में काम करनेवाले इंजीनियर मेहदी का सालाना पैकेज 5.3 लाख रुपये है.
आइटीसी लिमिटेड के उपाध्यक्ष (कॉरपोरेट कम्यूनिकेशंस) नजीब आरिफ ने इसकी पुष्टि की कि मेहदी उनकी कंपनी में काम करता है. आरिफ ने कहा, ‘जैसे ही हमने मीडिया की खबरें देखीं, हमने बेंगलुरु पुलिस को उसकी नियुक्ति की स्थिति से अवगत कराया. हमने जांच प्रक्रिया में पूरा सहयोग किया.’ डीजीपी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के रहनेवाले बिश्वास ने कई साल से ‘शमीविटनेस’ नाम का ट्विटर अकाउंट चलाने की बात स्वीकार की. वह क्षेत्र के घटनाक्रमों पर पैनी नजर रखते हुए बेहद आक्रामक ट्वीट करता था.
आइएस जैसी ताकतें भारत में कभी नहीं जम पायेंगी : नकवी
संसदीय मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि इसलामिक स्टेट जैसी शैतानी ताकतें भारत में कभी अपनी जड़ें नहीं जमा पायेंगी. नकवी ने कहा कि आइएस का यह दावा कि उसमें भारत के मुसलमानों में अपनी पैठ बना ली है, जो शरारतपूर्ण है.हम सुशासन के जरिये देश का चौतरफा विकास करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
ट्विटर हैंडल हुआ था हैक
एक टीवी चैनल से बात करते हुए मेहदी के पिता ने कहा मेरे बेटे के खि लाफ पहले से कोई आपराधिक मामला नहीं है. वह कोई अपराधी नहीं है. उसका ट्विटर हैडल हैक हो गया था.