हैदराबाद : दक्षिण भारतीय कलाकार चिरंजीवी के बाद अब उनके छोटे भाई पवन कल्याण अभिनय से राजनीति में आ गए हैं. कल्याण ने हाल ही में एक नया राजनीतिक दल जनसेना शुरू किया था. भाजपा-तेदेपा गठबंधन के प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पवन कल्याण की पार्टी जनसेना का निर्वाचन आयोग में पंजीकरण हो गया है, जिससे इस पार्टी के चुनावी राजनीति में उतरने का मार्ग प्रशस्त हो गया है.
जनसेना ने एक बयान में कहा, ‘भारत के निर्वाचन आयोग ने जन प्रतिनिधि कानून, 1951 की धारा 29ए के तहत ‘जनसेना पार्टी’ का एक राजनैतिक पार्टी के रुप में पंजीकरण किया है. ‘बयान में कहा गया कि निर्वाचन आयोग ने पार्टी के पंजीकरण पर उठायीगयी आपत्तियों को दरकिनार कर दिया. बयान में आगे कहा गया कि पार्टी पहले ही आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में स्थानीय निकाय के चुनावों के उद्देश्य से पंजीकरण के लिए आवेदन कर चुकी है.
पवन कल्याण पूर्व केंद्रीय मंत्री और अभिनेता से नेता बने चिरंजीवी के छोटे भाई हैं और तेलुगू फिल्म उद्योग के एक शीर्ष अभिनेता हैं. 43 वर्षीय पवन कल्याण ने अविभाजित आंध्रप्रदेश में इस साल हुए आम चुनावों के लिए तेदेपा-भाजपा गठजोड के लिए व्यापक प्रचार किया था.उनके प्रचार अभियान को चुनावों में तेदेपा-भाजपा की सफलता की प्रमुख वजहों में से एक माना जाता है.
पवन कल्याण के अलावा दो दिग्गज अभिनेता विजयकांत और चिरंजीवी ने भी अपनी पार्टी बनाई. चिरंजीवी ने ‘प्रजा राज्यम पार्टी बनाई’ और बाद में कांग्रेस में उसका विलय कर दिया. वहीं विजयकांत ने तमिलनाडु में डीएमडीके (देसीय मुरपोक्कु द्रविड़ कषगम) बनाई और उसने इन चुनावों में एनडीए के साथ गठबंधन किया है.
दरअसल, दक्षिण भारत के लोगों में फिल्मों और अपने अभिनेताओं के प्रति जुनून होता है. दक्षिण भारतीय अभिनेताओं के प्रशंसकों और समर्थकों की तादाद काफी अधिक होती है, इतिहास में उनका गहरा विश्वास होता है और यही कारण है कि वे राजनीति में आने से हिचकिचाते नहीं हैं. अब पवन कल्याण राजनीति के क्षेत्र में अपनेआप को साबित करने आ रहे हैं.