सही पोषक तत्वों के सेवन से उम्र का प्रभाव कम पड़ता है. कुछ तत्वों का असर तुरंत होता है, तो कुछ का लंबे समय में होता है.
बेहतर डायट का सेवन शुरू करते ही शरीर को इसका लाभ मिलना शुरू हो जाता है. कुछ लाभ तुरंत होने लगते हैं और कुछ के होने में कई साल लग जाते हैं. अर्थात छोटे लाभ तुरंत मिलते हैं और बड़ा लाभ मिलने में लंबा समय लगता है. कितने समय में कौन सा लाभ शरीर को मिलता है इस पर एक नजर.
एक घंटे में
तनाव होता है कम : तनाव, गुस्सा और चिड़चिड़ापन विटामिन बी 6 से जुड़ा हुआ है. इसकी कमी से ये समस्याएं उत्पन्न होती हैं. विटामिन बी6 के सेवन से मस्तिष्क में डोपामाइन का स्नव होता है. इससे लोग खुश और शांत रहते हैं. वैसे तो यह विटामिन कई फूड में पाया जाता है लेकिन यह मुख्य रूप से आलू और केला में पाया जाता है. एक या दो मिग्रा बी 6 का सेवन पर्याप्त होता है. यह मात्र एक सामान्य आकार के आलू से प्राप्त हो जाती है.
सेल डैमेज और कैंसर को रोकता है : फलों और सब्जियों में पाये जानेवाले एंटीऑक्सीडेंट शक्तिशाली यौगिक हैं, जो फ्री रैडिकल्स से शरीर को बचाने का कार्य करते हैं. ये फ्री रैडिकल्स सेल को डैमेज करने का कार्य करते हैं, जिससे कैंसर का खतरा होता है.
एंटीऑक्सीडेंट शरीर में पहुंचते ही अपना कार्य शुरू कर देते हैं. लेकिन इसे एक बार खाने पर यह हफ्तों तक कार्य नहीं करता है. इसके लिए हर कुछ घंटों में इसका सेवन करना होता है. ये भी कई प्रकार के होते हैं हर प्रकार का रोल भी अलग होता है. अत: भोजन से हर प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट को प्राप्त करने के लिए अलग-अलग प्रकार के फलों और सब्जियों का सेवन करना चाहिए.
एक सप्ताह में
ब्लड प्रेशर हो सकता है सामान्य : अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार पोटैशियम हाइपरटेंशन के रोगियों के लिए बेहतर होता है लेकिन उम्र के आधार पर कुछ लोगों के लिए हानिकारक भी होता है. लेकिन सही तरीके से सेवन करने पर काफी असरदार है और इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं पड़ता है. यह भी मुख्य रूप से आलू और केला में पाया जाता है. एक अध्ययन के अनुसार हाइ बीपी के मरीजों को हर दिन 3754 मिग्रा पोटैशियम का सेवन करना चाहिए. इससे बीपी एक सप्ताह में ही सामान्य स्तर पर आ जाता है.
पांच सप्ताह में
याददाश्त हो सकती है तेज : आस्ट्रेलिया में हुए एक अध्ययन के अनुसार फोलेट का सेवन करने से 35 दिनों के अंदर याददाश्त तेज हो जाती है. एक कप पालक प्रतिदिन सेवन करना पर्याप्त है. फोलेट सप्लिमेंट (फोलिक एसिड) का प्रयोग प्रेगAेंसी के दौरान भी किया जाता है. यह जन्मजात विकृति की आशंका को कम करता है.
दो महीने में
हृदय का स्वास्थ्य होता है बेहतर : ओमेगा-3 त्वचा को स्वस्थ और वजन को सही रखता है. यह तत्व दिमाग को शांत रखता है और आर्थराइटिस के प्रभाव को कम करता है. यह मछली, बादाम और पालक आदि में पाया जाता है. दो महीने तक सेवन करने से हृदय का स्वास्थ्य काफी बेहतर हो जाता है.
एक साल में
दृष्टि होती है बेहतर : पौधों में ल्यूटिन होता है जिसे कैरोटिनॉयड भी कहते हैं. यह रेटिना और लेंस की रक्षा करता है और उन्हें मजबूत बनाता है. 12 मिग्रा ल्यूटिन का सेवन प्रतिदिन करना लाभप्रद है. यह आधा कप पालक से प्राप्त हो जाता है.
हड्डियां होती हैं मजबूत : विटामिन डी कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है. इससे हड्डियां मजबूत होती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा कम होता है. यह कुछ देर धूप में रहने से प्राप्त हो जाता है. इसके अलावा यह साबूत अनाज और डेयरी प्रोडक्ट से भी प्राप्त होता है.
सुमिता कुमारी
डायटीशियन
डायबिटीज एंड ओबेसिटी
केयर सेंटर, पटना