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दो बहनों की मौत का मामला: विरोधाभासी बयानों के बीच अनुसंधान

कहलगांव: बुद्धुचक थाना अंतर्गत सुब्बानगर में रविवार की रात आग में झुलस कर मारी गयीं विमल यादव की दोनों पुत्री लूसी कुमार (14) और आशा कुमारी (12) का मंगलवार को गंगा घाट पर अंतिम स्कार कर दिया गया. मौके पर गांव के कई लोग थे. आग में गंभीर रूप से झुलसी विमल यादव की तीसरी […]

कहलगांव: बुद्धुचक थाना अंतर्गत सुब्बानगर में रविवार की रात आग में झुलस कर मारी गयीं विमल यादव की दोनों पुत्री लूसी कुमार (14) और आशा कुमारी (12) का मंगलवार को गंगा घाट पर अंतिम स्कार कर दिया गया. मौके पर गांव के कई लोग थे. आग में गंभीर रूप से झुलसी विमल यादव की तीसरी पुत्री पुष्पा कुमारी (13) का उपचार जेएलएनएमसीएच भागलपुर में किया जा रहा है.

बरारी थाना की पुलिस ने पुष्पा का बयान लिया. अपने बयान में पुष्पा ने कहा कि गांव का राजीव यादव उसकी बहन लूसी से शादी करने का दबाव बना रहा था. लूसी और उसके माता-पिता ने शादी से इनकार कर दिया था. इस कारण सात दिसंबर की रात करीब 10 बजे राजीव और लीलहा देवी ने उसके घर में आ लगा दी. इसमें आशा और लूसी की मौत हो गयी थी. पुष्पा के मुताबिक, घटना वाली रात उसके पिता विमल यादव में गांव में भोज खाने गये थे, जबकि मां वीणा देवी भी कहीं गयी थी. इस मामले में पहले पिता विमल यादव के बयान पर बुद्धूचक थाने में यूडी केस दर्ज किया गया था, लेकिन झुलसी पुष्पा के बयान पर राजीव और लीलहा देवी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है.

घर से फरार हैं आरोपी : शंभु यादव के पांच पुत्रों में राजीव यादव (25) सबसे बड़ा है. शंभु यादव के घर के सभी लोग फरार हैं. लीलहा देवी के घर में भी ताला लगा है. लोगों ने बताया कि उसका गांव में ही मायके है. वह अपने पिता हलधर यादव के o्राद्ध कर्म में शामिल होने गयी है. बुद्धुचक थाना के एसआइ राजेंद्र प्रसाद ने विमल यादव के आवेदन पर गांव पहुंच कर उसके परिवार के सदस्यों व ग्रामीणों का बयान दर्ज किया.

गांव में मातम का माहौल : इस घटना के बाद पूरे गांव में मातम का माहौल है. सभी दोनों बच्चियों की मौत से गमगीन हैं तथा ईश्वर से इलाजरत पुष्पा के ठीक ठीक होने की कामना कर रहे हैं.

नहीं मिला इंदिरा आवास: ग्रामीणों ने बताया कि विमल यादव काफी गरीब है. उसकी तीनों बेटियां बकरी चरा कर घर चलाने में सहयोग करती थीं. आगजनी में दर्जन भर बकरियां भी जल कर मर गयी हैं. व्यवस्था का दोष है कि विमल यादव को अब तक इंदिरा आवास नहीं मिला. लोग कहते हैं कि यदि उसका घर पक्का का होता, तो आज इतनी बड़ी घटना नहीं होती.

कहते हैं मृतका के पिता व चाचा

मृत लड़कियों के पिता विमल यादव ने कहा कि दो बीटी की मौत से उसकी पत्नी बदहवास हो गयी है. इसलिए वह पूर्व के छोटी-मोटी तकरार पर इस तरह का आरोप लगा रही है. चाचा नित्यानंद यादव ने भी कहा कि हमलोगों का आपस में अच्छा संबंध रहा है.

ग्रामीणों को घटना के बारे में अधिक जानकारी नहीं

ग्रामीण व परिवार के अन्य लोग आरोपियों के बारे में खुल कर बोलने को तैयार नहीं है. कई बुजुर्गो ने कहा कि उन तीनों का घर गांव से बाहर खेत में है. इसलिए उन लोगों को घटना के बारे में कोई खास जानकारी नहीं है. विमल यादव के घर से दोनों आरोपी राजीव यादव व लीलहा देवी के घर सौ व 50 मीटर की दूरी पर है.

दियारा क्षेत्र में हो फायर ब्रिगेड

हर साल दियारा क्षेत्र में अगलगी में काफी नुकसान होता है. अगिAशमन की गाड़ी आते-आते काफी देर हो जाती है और सबकुछ खत्म हो जाता है. गांव के ही दियारा विकास मंच के संयोजक डॉ विनीत रंजन ने प्रशासन से बुद्धुचक थाना में एक अगिAशमन वाहन दिये जाने की मांग की है.

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