चौथा चरण : कोयलांचल और उत्तरी छोटानागपुर कूच करेंगी पार्टियां, 15 सीटों पर बिछेगी राजनीति की गोटियां
सबसे ज्यादा झाविमो के पास थीं पांच सीटें, झामुमो के पास तीन और कांग्रेस पास दो सीटें, बगोदर में माले का खूंटा
रांची : झारखंड में विस चुनाव का रोमांच परवान चढ़ता जा रहा है. 14 दिसंबर को झारखंड में 15 सीटों पर चौथे चरण का चुनाव होना है. कोयलांचल और उत्तरी छोटानागपुर की इन सीटों पर राजनीति की गोटियां चली जायेंगी. पार्टियां आनेवाले दिनों में कोयलांचल और गिरिडीह के इलाके में धूल उड़ायेंगी. संतालपरगना की दो सीटों पर भी चुनाव होना है. इन 15 सीटों पर पिछली बार झाविमो ने अपनी धाक जमायी थी. फिलहाल यहां की पांच सीटों पर झाविमो का कब्जा है. हालांकि तब झाविमो के बाजीगर रहे नेताओं ने इस बार पलटी मार ली है. भाजपा को भी चुनावी हवा का रुख बदलना है, तो पसीना बहाना होगा.
इन 15 सीटों में फिलहाल भाजपा के पास एकमात्र झरिया की सीट पर कब्जा है. वहीं इसके सहयोगी आजसू के खाते भी एकमात्र चंदनक्यारी की सीट है. कांग्रेस और झामुमो के पास दो-दो सीटें हैं. चौथे चरण में होनेवाले चुनाव में बगोदर में माले की धाक है. पिछले पांच बार से यहां महेंद्र सिंह की विरासत की राजनीति के साथ लोग खड़े हैं. यहां दूसरी पार्टियों के लिए रास्ता आसान नहीं है. निरसा में मासस का कब्जा है.
झाविमो के सभी पांच विधायकों ने बदल ली पार्टी
चौथे चरण के पांच सीटों पर जहां झाविमो का कब्जा था, वहां अब राजनीति की तसवीर बदल चुकी है. गिरिडीह, जमुआ, बोकारो, सिंदरी और बाघमारा से झाविमो की टिकट पर जीतने वाले सभी विधायक भाजपा में चले गये. इनमें तीन पुराने चेहरे पर भाजपा ने दुबारा दावं लगाया है, जबकि जमुआ के चंद्रिका महथा और बोकारो के समरेश सिंह को भाजपा ने टिकट नहीं दिया. निर्भय शाहबादी, फूलचंद मंडल और ढुल्लू महतो को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है. इन सूरमाओं के सामने अब झाविमो के दूसरे लोग टक्कर देंगे.
अपने ही विधायक के खिलाफ बाबूलाल
चौथे चरण में गिरिडीह सीट पर सबकी नजर होगी. गिरिडीह से झाविमो की टिकट पर जीतने वाले निर्भय शाहबादी के खिलाफ बाबूलाल मरांडी ने दावं लगाया है. बाबूलाल की पार्टी के कभी विधायक रहे शाहबादी को बाबूलाल से टक्कर लेना है. यहां मुकाबला रोचक होगा.