भंडरा/ लोहरदगा. आदिवासी सरना धर्म महासम्मेलन 31 दिसंबर को भंडरा हाई स्कूल मैदान में आयोजित की गयी है. महासम्मेलन की तैयारी को लेकर सात पड़हा का बैठक दिवान शनिचरवा उरांव की अध्यक्षता में सोरंदा बाजार बगीचा में हुई. इस बैठक में पोड़हा, बुड़का, सोरंदा, विटपी, बेदाल, मसमानो, पलमी, अमदरी, भौंरो, सेमरा, मलंगटोली के पहान, पुजार एवं महतो विशेष रुप से उपस्थित थे. बैठक में आदिवासी सरना धर्म पड़हा महासम्मेलन के 14 बिंदुओं पर चर्चा की गयी.
जिसमें सरना धर्म में जागृति लाना, पारंपरिक पड़हा व्यवस्था में सुधार लाना, सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक एवं सांगठनिक कुरीतियों को दूर करना, नशा मुक्ति अभियान को सफल बनाना, शादी विवाह में डीजे साउंड सिस्टम को नहीं बजाना, पहान, पुजार, महतो के मान-सम्मान की सुरक्षा करना, भाषा, संस्कृति, धर्म, रीति रिवाज, परंपरा एवं सभ्यता का सुरक्षा करना, बेटी, बहन धार्मिक स्थल, जल, जंगल, जमीन की सुरक्षा करना, शादी-विवाह के होनेवाले कुरीति दहेज प्रथा पर रोक लगाना, बच्चों को आधुनिक शिक्षा के साथ अपने इतिहास, परंपरा और भाषा की ओर अग्रसर करना, थाना, पुलिस, केस, मुकदमा से बचना, उग्रवादियों के नाम पर आदिवासियों का शोषण, डायन-बिसाही, अंधविश्वास, रुढि़वादी, नारी उत्पीड़न, बाल मजदूर, गरीबी, अशिक्षा, जुआ सहित अन्य सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए विचार-विमर्श किया गया.
31 दिसंबर को आयोजित महासम्मेलन को सफल बनाने के लिए आर्थिक सहयोग करने की अपील की गयी. बैठक में तिवारी उरांव, अनिल उरांव, गंदरु पहान, चेपो पहान, सुकरा उरांव, राजेश उरांव, राजेंद्र उरांव, विशेषश्वर उरांव सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे.