नयी दिल्ली : दिग्गज टेनिस खिलाड़ी स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर पहली बार रविवार को भारतीय सरजमीं पर खेलने उतरे. फेडरर की अगुआई वाली इंडियन एसेस ने सिंगापुर स्लैमर्स को 26-16 से हराया. फेडरर का भारत में पदार्पण शानदार रहा. उन्होंने भारतीय टेनिस तारिका सानिया मिर्जा के साथ मिलकर मिश्रित युगल में ब्रूनो सोरेस और डेनियला हंतुचोवा को 6-0 से हराया.
इसके अलावा उन्होंने थॉमस बर्डिच के खिलाफ पुरुष एकल और रोहन बोपन्ना के साथ पुरुष युगल में भी जीत दर्ज की. दिन की शुरुआत में लीजेंड मैच खेला गया जिसमें स्लैमर्स के पैट राफ्टर ने इंडियन एसेस के पीट सैम्प्रास को 6-2 से हराया. फेडरर ने पुरुष युगल में बोपन्ना के साथ जोड़ी बनायी और निक कीर्गियोस और लेटन हेविट को 6-1 से करारी शिकस्त दी. इसके बाद स्विस खिलाड़ी ने बर्डिच को पुरुष एकल में 6-4 से हराया.
महिला एकल मैच में एना इवानोविच ने डेनियल हंतुचोवा को 6-5 से हराया. इससे पहले फेडरर आज सुबह एक अन्य महान खिलाडी संप्रास के साथ यहां पहुंचे थे. फेडरर ने जब से आइपीटीएल के दिल्ली चरण में खेलने की घोषणा की तभी से टेनिस प्रेमी उनके आने को लेकर उत्साहित थे.
भारत में नुमाइशी टूर्नामेंट खेल पाना ही संभव : फेडरर
भारत में टेनिस में पदार्पण के बाद रोजर फेडरर ने आइपीटीएल को ‘नुमाइशी’ टूर्नामेंट करार देते हुए कहा कि वह पेशेवर टूर पर खेले जाने वाले टेनिस को तरजीह देंगे. यह पूछने पर कि क्या वह पेशेवर चेन्नई ओपन में खेलना पसंद करेंगे, उन्होंने कहा, ‘अगले साल नहीं क्योंकि मैं फिर ब्रिस्बेन में खेलूंगा. मेरे चार बच्चे भी हैं और हमें अधिक यात्र से बचना है. मेरे लिये ब्रिसबेन में खेलना अधिक आसान है.