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आशुतोष महाराज का अंतिम संस्कार : आश्रम के लोग कर रहे हैं पुलिस का सहयोग, भक्तों का जमावडा नहीं

नूरमहल : दिव्य ज्योति जागृति संस्थान में शांति है और संस्थान वाले पुलिस का पूरा सहयोग कर रहे हैं. पहले यह आशंका जतायी जा रही थी कि आश्रम में भक्तों का जमावड़ा शुरू हो चुका है और विरोध की तैयारी की जा रही है. स्थानीय पुलिस उपाधीक्षक सतीश मल्होत्रा ने इस बारे में बताया, ‘‘स्थिति […]

नूरमहल : दिव्य ज्योति जागृति संस्थान में शांति है और संस्थान वाले पुलिस का पूरा सहयोग कर रहे हैं. पहले यह आशंका जतायी जा रही थी कि आश्रम में भक्तों का जमावड़ा शुरू हो चुका है और विरोध की तैयारी की जा रही है. स्थानीय पुलिस उपाधीक्षक सतीश मल्होत्रा ने इस बारे में बताया, ‘‘स्थिति सामान्य है. कहीं से किसी प्रकार की दिक्कत अभी तक नहीं आयी है. डेरा के लोग पुलिस और इस रास्ते से जाने वाले आम लोगों के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं.

जालंधर के नूरमहल इलाके में स्थित दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के प्रमुख आशुतोष महाराज के अंतिम संस्कार संबंधी पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद डेरे में पूरी तरह शांति बनी हुई है और डेरा प्रबंधन पुलिस तथा आम लोगों के साथ पूरा सहयोग कररहा है.
यह पूछने पर कि डेरा में रोजाना कितने लोग आ रहे हैं, मल्होत्रा ने कहा, ‘‘तकरीबन रोजाना पांच सौ लोग यहां आ रहे हैं और आकर चले जा रहे हैं. जो लोग यहां रात में रुक रहे हैं उनके बारे में हमने डेरा प्रबंधकों से कहा है कि वह एक रजिस्टर रखें और उसमें उनका नाम पता अंकित होना चाहिए. इसके अलावा वह किसके रेफरेंस से यहां रुक रहे हैं इस बारे में भी जानकारी लिखी जानी चाहिए.’’
जालंधर से लगभग 32 किलोमीटर दूर जिले के नूरमहल इलाके में लगभग दो सौ एकड में ‘दिव्य ज्योति जागृति संस्थान’ स्थित है. पिछले जनवरी से संस्थान के प्रमुख आशुतोष महाराज के बारे में कहा जा रहा है कि उनका निधन हो चुका है लेकिन डेरा प्रबंधकों और उनके भक्तों का मानना है कि वह समाधिमें लीन हैं और एक दिन उठ कर बाहर आ जायेंगे.इस मामले में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने हाल ही में यह पंजाब सरकार को यह आदेश दिया था कि वह 15 दिसंबर तक आशुतोष महाराज का अंतिम संस्कार कराये और इसके लिए एक कमेटी भी गठित कर दी गयी है.
अदालत के फैसले के बाद नूरमहल में तनाव बढने की आशंका जतायी गयी थी. बहरहाल, स्थानीय लोगों और पुलिस का कहना है कि किसी प्रकार की अशांति यहां नहीं है और डेरा के लोग पुलिस और आम लोगों को पूरा सहयोग कर रहे हैं. दूसरी ओर डेरा के यूथ विंग के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह संधू ने बताया, ‘‘मीडिया दहशत फैला रहा है. डेरा की तुलना सतलोक आश्रम से की जा रही है. यह सरासर गलत है. यहां भक्तों का कोई जमावडा नहीं है. आम तौर पर लगभग 250 सेवादार और कर्मचारी डेरा में हमेशा रहते हैं. इसके अलावा 200 लोग और होंगे. यह रुटीन की प्रक्रिया है. लोग आते हैं और चले जाते हैं.’’
संधू ने कहा, ‘‘हम अपने डेरे के खिलाफ ही काम क्यों करेंगे. लगभग 200 एकड में यह डेरा फैला हुआ है लेकिन कहीं से कोई दीवार या घेरा नहीं है. हर तरफ से खुला हुआ है. यहां सबकुछ खुले में है. छिपा हुआ कुछ भी नहीं है.’’देर शाम, आरती के समय आश्रम के भीतर की स्थिति भी बिल्कुल सामान्य है. सत्संग हाल के बार गिने चुने लोग देखे गए और वहां भीड नहीं थी. सभी कर्मचारी या सेवादार अपने अपने ड्यूटी में लगे हुए हैं.
हरजिंदर डेरा के मुख्य परिसर के अंदर एक मकान दिखाते हुए कहते हैं, ‘‘इसी मकान के सामने वाले कमरे में महाराजजी समाधिस्थ हैं. उसी कमरे में उनका आवास है.’’आशुतोष महाराज के आवास की खिडकियां बंद हैं. वहां लगे मुख्य द्वार का दरवाजा भी बंद है. लेकिन दरवाजे पर एक सुरक्षाकर्मी खडा है. सत्संग हाल के बगल में स्थित उस मकान के पूरे हिस्से के सामने रस्सियों का घेरा लगा दिया गया है.
यह पूछने पर कि अदालती आदेश के बावजूद 14 दिसंबर के भंडारे का आयोजन क्यों किया गया है, संधू कहते है, ‘‘ऐसा हर महीने के दूसरे हफ्ते में होता है. इसमें कोई ऐसी बात नहीं है. हमें पूरा भरोसा है कि महाराजजी समाधिस्थ हैं और वह एक दिन बाहर आयेंगे.’’ आशुतोष महाराज समाधी से कब बाहर आयेंगे इसका हरजिंदर के पास कोई उत्तर नहीं है. वह कहते हैं कि समाधी से बाहर आने का कोई वक्त निर्धारित नहीं होता है.’’ यह पूछने पर कि हम (संवाददाता) महाराज जी की समाधी का दर्शन कर सकते हैं, संधू ने तपाक से कहा, ‘‘वहां किसी को जाने की इजाजत नहीं है.
इसलिए दरवाजे बंद कर दिये गए हैं. उस मकान में कोई नहीं जाता है.’’ दूसरी ओर पुलिस अधिकारी से जब यह पूछा गया कि क्या वह भंडारे का आयोजन रोकेंगे तो मल्होत्रा ने कहा, ‘‘इस बारे में मैं फिलहाल कुछ नहीं कह सकता हूं. कमेटी का जो भी निर्देश होगा हम उसका पूरी तरह पालन करेंगे. भंडारे को रोकने के बारे में निर्णय करना भी आला अधिकारियों के हाथ में है. हम केवल निर्देशों का पालन करने के लिए हैं.’’ मल्होत्रा के अनुसार फिलहाल यहां सबकुछ शांत है और किसी गड़बड़ी की कोई आशंका नहीं है.

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