नयी दिल्ली : वेतन वृद्धि एवं अन्य मांगों को लेकर चार दिन की क्रमिक हडताल जारी रखते हुए गुरुवार को पूर्वी राज्यों में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारी हडताल पर रहे, जिससे कामकाज प्रभावित हुआ. दक्षिण व उत्तरी क्षेत्र के राज्यों में बैंक कर्मचारी इससे पहले ही एक-एक दिन की क्रमवार हडताल कर चुके हैं जबकि पश्चिमी राज्यों में बैंकों में आज हडताल रहेगी.
आल इंडिया बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन (एआईबीईए) के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने दावा किया कि पूर्वी भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की लगभग सभी 16,100 शाखाएं बंद रहीं और 1.10 लाख कर्मचारी हडताल में शामिल हुए. हालांकि हडताल से प्रभावित 12 राज्यों में निजी क्षेत्र के बैंकों में कामकाज सामान्य रहा.
बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल व पूर्वोत्तर के आठ राज्यों में बैंक हडताल की वजह से चैक समाशोधन, जमा व निकासी का काम प्रभावित हुआ. बैंकिंग संगठनों के प्रमुख मंच यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन्स (यूएफबीयू) के समन्वयक एम वी मुरली ने कहा, हमें इंडियन बैंक एसोसिएशन से सकारात्मक शब्दों का इंतजार है.
यूएफबीयू ने वेतमान संबंधी अपनी मांगों को लेकर दो से पांच दिसंबर तक चार दिन की इस क्रमवार हडताल की घोषणा की है. आज पश्चिमी क्षेत्र के सार्वजनिक बैंकों में हडताल रहेगी. इससे महाराष्ट्र, गोवा व गुजरात आदि राज्यों में सार्वजनिक बैंकों में परिचालन प्रभावित हो सकता है. उल्लेखनीय है कि पिछले 30 दिनों में यह दूसरा मौका है जब बैंककर्मी हडताल पर गये हैं. इससे पहले 12 नवंबर को बैंक कर्मचारियों ने देशव्यापी हडताल की थी.