पटना: राज्य में जमीन अधिग्रहण की समस्या से 11 नेशनल हाइवे का अपग्रेडेशन कार्य फंस गया है. राज्य में 11 नेशनल हाइवे को सुपर हाइवे बनाने का निर्णय लिया गया. सड़क, परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने वाहनों की आवाजाही की अधिकता को लेकर उन्हें अपग्रेडेशन का निर्णय लिया, ताकि आवागमन की सुविधा बढ़ सके.
अपग्रेडेशन के तहत टू लेन की सड़क को फोर लेन बनाने का निर्णय लेते हुए उसे अपग्रेडेशन की श्रेणी में रखा गया. इनमें से कुछ सड़कों को एनएचएआइ ने खुद बनाने का निर्णय लिया, जबकि कुछ सड़कों को बीओटी पर निर्माण करने के लिए एजेंसी को सौंपा गया. मंत्रालय द्वारा चिह्न्ति किये गये नेशनल हाइवे का अपग्रेडेशन कार्य नेशनल हाइवे डेवलपमेंट प्रोजेक्ट-3 के तहत किया जा रहा है.
देश के अन्य राज्य में जहां नेशनल हाइवे डेवलपमेंट प्रोजेक्ट- 5 के तहत सड़कों का निर्माण हो रहा है, वहीं बिहार में अभी एनएचडीपी-3 के तहत काम हो रहा है. उसमें भी जमीन अधिग्रहण समस्या को लेकर कई सड़कों का निर्माण कार्य ठप है. हालांकि कुछ सड़कों का निर्माण कार्य पूरा कर लेने में सफलता मिली है. इस्ट-वेस्ट को मिलाने के लिए इस्ट-वेस्ट कोरिडोर के निर्माण का निर्णय लिया गया. इसमें गोपालगंज से मुजफ्फरपुर-दरभंगा-फुलपरास-फारबिसगंज-अररिया-पूर्णिया होते हुए किशनगंज तक कोरिडोर निर्माण होना है. सड़क को हाइस्पीड बनाने के लिए उसके चौड़ीकरण पर भी काम हो रहा है.
सड़कों के अपग्रेडेशन का कार्य जमीन अधिग्रहण के पेंच में फंसा है. जमीन उपलब्ध नहीं होने के कारण पटना-गया बोधगया 125 किमी लंबी सड़क का निर्माण कार्य शुरू करने को लेकर टेंडर भी नहीं हो सका है. हाजीपुर-मुजफ्फरपुर के बीच 48 किमी फोर लेन का निर्माण होना है. सड़क के एक साइड निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है. दूसरे साइड में जमीन अधिग्रहण की समस्या से निर्माण कार्य में बाधा आ रही है. आरा-बक्सर, पिपराकोठी-मोतिहारी-रक्सौल,छपरा-सीवान-गोपालगंज, पूर्णिया-बख्तियारपुर एनएच की स्थिति भी बदतर है. एनएच को सुपर हाइवे बनाने की दिशा में कोई काम नहीं हो रहा है. बिहार सरकार ने एनएच की बदतर स्थिति से केंद्र को अवगत कराया है. इसके बावजूद उनके निर्माण पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. इनका निर्माण कार्य एनएचएआइ को कराना है. मोकामा-मुंगेर का निर्माण कार्य पूरा हो गया है. पटना-हाजीपुर-छपरा का कार्य चल रहा है.
अपग्रेडेशन के लिए चयनित एनएच
राज्य में जिन 11 एनएच का अपग्रेडेशन होना है, उनमें पूर्णिया-बख्तियारपुर एनएच 31, बख्तियारपुर-पटना एनएच 30, आरा-बक्सर एनएच 84, पटना-हाजीपुर-छपरा एनएच 19, छपरा-गोपालगंज एनएच 85, हाजीपुर-मुजफ्फरपुर एनएच 77, मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी-सोनबरसा एनएच 77, पीपराकोठी- मोतिहारी-रक्सौल एनएच 28 ए, मोकामा-मुंगेर एनएच 80, फारबिसगंज-जोगबनी एनएच 57 ए व पटना-गया-बोधगया एनएच 83 शामिल हैं. कुल एक हजार 15 किमी एनएच को एनएचडीपी-3 के तहत अपग्रेड करने का निर्णय लिया गया है.