जमशेदपुर: एमजीएम अस्पताल में बीते तीन दिनों में आठ जवानों को मलेरिया के कारण भरती किया गया है, वहीं करीब 10 जवानों की जांच की गयी है. भरती हुए जवानों में से एक को मलेरिया के साथ जांडिस भी है. मलेरिया से इलाजरत आठ जवानों में अनिल कांत मुंडा, टी एस यादव, सुनील कुमार गुप्ता, बुध राम उरांव, छोटू कविराज, आर पासवान, रवींद्र राम, सुबारक अली शामिल हैं. इन सभी का इलाज एमजीएम अस्पताल के मेडिकल वार्ड में चल रहा है. सभी जवान मनोहरपुर व सरायकेला में ड्यूटी कर रहे हैं.
अस्पताल में इलजारत जवानों ने बताया कि उनकी पोस्टिंग वाले स्थान के चारों तरफ जंगल है. यहां पीने का पानी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण और मच्छरों का प्रकोप ज्यादा होने के कारण जवान बीमार पड़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि हमें बोरिंग का पानी मिलता है, वह पीने लायक बिल्कुल नहीं है. बोरिंग से लाल पानी निकलता है. इस कारण जवान नदी का पानी छान कर पीते हैं. गंदा पानी पीने और मच्छरों के कारण मलेरिया के साथ जांडिस जैसी बीमारी हो रही है. उन लोगों ने बताया कि अभी तक 15 से ज्यादा जवान इलाज के लिए एमजीएम पहुंच चुके हैं.
अस्पताल में नहीं है मलेरिया की दवा
एक तरफ एमजीएम में मलेरिया मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, वहीं अस्पताल में मलेरिया की दवा ही नहीं है. इस कारण इलाज के लिए पहुंचने वालों को बाहर से दवा लाने के लिए कहा जा रहा है. इस कारण मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. इस संबंध में पूछने पर अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर आरवाई चौधरी ने कहा कि सभी दवाओं के लिए ऑर्डर दिया गया है. कई दवाएं अस्पताल में आ गयी हैं. बाकी दवाएं चुनाव के बाद आयेगी.