वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के गणतंत्र दिवस में शरीक होने के लिए भारत आने को व्हाइट हाउस से हरी झंडी मिलने के बाद दोनों देशों में सकारात्मक रिश्ते निखर कर आने के संकेत मिलने लगे हैं. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के बाद से ही भारत और अमेरिका के रिश्तों में सुधार के कयास लगाए जा रहे थे. ओबामा दो बार भारत की यात्रा करने वाले पहले राष्ट्रपति बन जाएंगे.
अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि अगले साल जनवरी में राष्ट्रपति बराक ओबामा की प्रस्तावित भारत यात्रा दोनों देशों के संबंधों की जीवंत और स्वास्थ्य का परिचायक है. दक्षिण एशिया मामलों के विदेश उपमंत्री अतुल केशप ने कहा,‘‘ यह रिश्तों की जीवंतता और स्वास्थ्य और हमारे दोनों नेताओं के बीच बेहतरीन निजी संबंधों और उनके तालमेल का परिचायक है.’’
भारत ने ओबामा को 2015 के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया है जिसे अमेरिकी नेता ने स्वीकार कर लिया है. यह पहला मौका होगा कि कोई अमेरिकी राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस समारोह में शिरकत करेगा.
केशप ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘ अमेरिका और भारत साथ मिलकर जो अच्छे काम कर रहे हैं यह उसका परिचायक है.’’ इस बीच, नागरिक सुरक्षा, लोकतंत्र और मानवाधिकार मामलों की उपविदेश मंत्री सारा स्वेल ने कहा कि जिस तरह से ओबामा और मोदी के बीच रिश्ते विकसित हुए हैं उसको देखते हुए यह यात्र एक तार्किक संयोग है.