नयी दिल्ली : शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पूर्व संसद पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संसद का यह सत्र देश के हित में होगा. ठंडे माहौल में ठंडे दिमाग से देश हित में उत्तम काम किया जायेगा. जनता ने हमें सरकार चलाने की जिम्मेवारी दी है, लेकिन देश चलाने की जिम्मेवारी संसद में बैठने वाले सभी लोगों को दी है. संसद का पिछला सत्र काफी लाभदायक था, उम्मीद है कि इस इस बार का सत्र भी लाभकारी होगा. संसद के इस सत्र लंबित विधेयकों पर चर्चा की जायेगी.
बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री वेकैंया नायडू ने बताया, ‘प्रधानमंत्री ने कहा था कि बजट सत्र अच्छी तरह गुजरा था और यह रचनात्मक और सफल था. हम आशा करते हैं कि शीतकालीन सत्र भी उसी तर्ज पर रहेगा.’ इस बैठक में 26 दलों के 40 नेताओं ने हिस्सा लिया. तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की उपस्थिति नहीं थी.
इस सत्र में सरकार आर्थिक एजेंडे को आगे बढ़ायेगी. बीमा क्षेत्र में अधिक विदेशी निवेश को अनुमति देने के लिए बहुत दिनों से लंबित बीमा विधेयक और वस्तु एवं सेवा कर विधेयक सरकार के एजेंडे में ऊपर है. कोयला अध्यादेश और टेक्सटाइल राष्ट्रीयकरण से संबंधित अध्यादेशों का स्थान लेनेवाले विधेयकों को भी पारित करना सरकार की प्राथमिकता में है. सरकार लोकपाल और सीबीआइ के कामकाज को संचालित करनेवाले कानून में संशोधन की दिशा में आगे बढ़ सकती है, ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि लोकपाल और सीबीआइ चीफ के चयन से संबंधित समिति में कोरम की जरूरत न पड़े. मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से संसद का यह दूसरा प्रमुख सत्र है.
विपक्ष भी तैयार : जदयू, राजद, जदएस, इनेलोद और सपा एक सप्ताह पहले ही एक मंच पर आयी हैं. इन दलों ने दोनों सदनों में संयुक्त रणनीति अपनाने की योजना की घोषणा की है. कहा है कि संसद में कारगर ढंग से ताकत का इस्तेमाल करेंगे.
राज्यसभा में प्रश्नकाल 12 बजे से : राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी ने कुछ दलों की आपत्तियों के बावजूद शीतकालीन सत्र से प्रश्न काल का समय पूर्वाह्न् 11 से बदल कर 12 बजे करने का निर्णय किया गया है. लेकिन लोकसभा में प्रश्न काल का समय बदलने की कोई योजना नहीं है.
हमारे लिए काला धन प्राथमिकता वाला मुद्दा है. हम संसद में काले धन के मुद्दे को उठायेंगे. हम इस मुद्दे पर एक जैसे विचार वाले दलों का सहयोग भी मांगेंगे. भाजपा ने वादा किया था कि सत्ता में आने के बाद काले धन को वापस लायेगी. उसने झूठा वादा किया था.
डेरेक ओ ब्रायन, तृणमूल कांग्रेस