संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र ने पहली बार एक प्रस्ताव पेश किया है जिसमें बाल विवाह रोकने के लिए सरकारों से आह्वान किया गया है. दुनिया भर में करीब 1.5 करोड लडकियां हर साल बालिका वधु बन जाती है और 70 करोड से ज्यादा महिलाओं की शादी 18 साल की उम्र से पहले हो जाती है.
गैर सरकारी संगठनों के गठबंधन ‘गर्ल्स नॉट ब्राइड्स’ का कहना है कि अगर कदम नहीं उठाया जाता है तो साल 2050 तक 1.2 अरब लडकियों की समय से पहले शादी हो जाएगी. नाइजर, बांग्लादेश और भारत में बाल विवाह की बेहद उंची दर हैं लेकिन बाल अधिकार समूह ‘प्लान’ की जारा रेपोपोर्ट ने कहा कि विकसित देशों में प्रवासी समुदायों के बीच जबरन विवाह भी हो रहे हैं.
कनाडा और जाम्बिया की ओर से पेश प्रस्ताव में सभी देशों से लडकियों के जबरन विवाह को रोकने के लिए कानून बनाने का तथा बाल विवाह को विकास एवं गरीबी से जोडने का अनुरोध किया है. बहरहाल, महासभा की अधिकार कमेटी में ब्रिटेन ने लिंग भेद को लेकर लडकियों की शिक्षा के समाधान के लिए करीब 20 देशों की ओर से, प्रस्ताव की नाकामी पर निराशा जतायी.