।। कमल ।।
चाईबासा : विधानसभा चुनाव में चाईबासा सीट पर पूरे झारखंड की नजर है. यहां झामुमो व भाजपा के बीच संभावित टक्कर की स्थिति के बीच कांग्रेस, झाविमो और जय भारत समानता पार्टी ने मुकाबले को रोचक बना दिया है. यहां राजनीतिक समीकरण रोज बदल रहे हैं. हर दिन हर पार्टी का पलड़ा भारी और हल्का होता दिख रहा है. यहां अब तक भाजपा के स्टार प्रचारक प्रचार में नहीं कूदे हैं. झामुमो और अन्य दलों की भी चुनावी सभाएं अभी शुरू नहीं हुई हैं. ऐसे में सभी दल अपनी जीत के प्रति आश्वस्त नजर आ रहे हैं.
झामुमो प्रत्याशी दीपक बिरुवा के खिलाफ भाजपा ने आइएएस अफसर जेबी तुबिद को उतारा है. जय भारत समानता पार्टी और झाविमो ने भी प्रखंड प्रमुखों पर विश्वास जताते हुए उन पर दावं खेला है. जभासपा ने खूंटपानी प्रखंड के प्रमुख सानगी बानरी, तो झाविमो ने टोंटो प्रखंड के प्रमुख गीता सुंडी को टिकट दिया है. वहीं कांग्रेस ने अशोक सुंडी को उतारा है.
भाजपा को छोड़ सभी दल अपने चुनाव अभियान को गुपचुप तरीके से अंजाम दे रहे हैं. भाजपा यहां अपने जनाधार, सक्रिय संगठन और नमो के कार्यक्रम के जरिये जीत पर भरोसा जता रही है. भाजपा उम्मीदवार राज्य के गृह और राजस्व भूमि सुधार विभाग के सचिव रह चुके हैं. प्रभावशाली व्यक्तित्ववाली उनकी छवि लोगों को भा रही है. शहरी क्षेत्रों में भाजपा का जनाधार है.
भाजपा यहां से अपनी जीत पक्की करने के लिए स्टार प्रचारकों को भी मैदान में उतार रही है. निर्वतमान विधायक दीपक बिरुआ अपने दम पर भाजपा और अन्य दलों को टक्कर दे रहे हैं. झाविमो की नजर ग्रामीण मतदाताओं पर टिकी है. इसी कारण पार्टी और प्रत्याशी ग्रामीणों को रिझाने में जुट गये हैं. वहीं कांग्रेस पार्टी और जभासपा का भी अपना जनाधार है. झाविमो उम्मीदवार के समर्थकों का कहना है कि नतीजे चौंकानेवाले साबित होंगे.