सिमडेगा : जिले में चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू है. किंतु शराब बंदी को लेकर उत्पाद विभाग द्वारा कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. जो परेशानी का सबब बन सकता है. अनुमंडल पदाधिकारी कार्तिक कुमार प्रभात ने उपायुक्त को पत्र लिख की वस्तुस्थिति से अवगत कराया है.
एसडीओ ने पत्र में कहा है कि उत्पादअधीक्षक एवं उत्पाद अवर निरीक्षक द्वारा शराब बंदी को लेकर जिले में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. उत्पाद अधीक्षक से बात करने पर कहा जाता है कि उनका मुख्यालय गुमला है, इसलिए सिमडेगा में रहने का प्रश्न ही नहीं उठता. अवैध शराब की बिक्री व निर्माण पर अंकुश लगाने के लिये विभाग द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है.
परिणामस्वरूप शराब का अवैध धंधा करने वालों का मनोबल बढ़ता जा रहा है. एसडीओ श्री प्रभात ने उपायुक्त को शराब का अवैध धंधा करनेवाले संभावित लोगों की सूची भी सौंपी है. शराब का अवैध धंधा करनेवाले लोगों की सूची में चमारटोली सिमडेगा के नारायण, लुड़वा, बिरसा, सायंपुर के जवाहर साव, भवना साव, बवर साव, सिकंदर, नकूल साव, सिमडेगा कोषागार के पीछे शिल्पा देवी, अनिता देवी, गीता देवी, भेड़ीकुदर में राजु, विनोद, सलडेगा के मासी, सत्या साव, शिव साव, भावना साव, बंगरू में संतोष साव, लेंगा साव, अशोक साव, सिमडेगा बाजार कांप्लेक्स के छोपड़पटी के सुकुर, कौशल्या देवी, मुन्नी देवी, कसडेगा के मेघु साव, नाडिया साव, मुखिया साव, हरिजन टोली ठाकुरटोली में राजू, मनोहर, तामड़ा के अरुण साव, सलगापोछ के विनोद महतो, कोलेबिरा के राजु साव, कृष्णा साव, कसडेगा के मंटु ढाबा का नाम शामिल है.