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हत्या के आरोपी संत रामपाल को पुलिस ने किया गिरफ्तार

बरवाला (हिसार): ‘स्वयंभू संत’ रामपाल को बुधवाररात तकरीबन 9 बजकर 15 मिनट पर उनके आश्रम से गिरफ्तार कर लिया गया और इस तरह दो हफ्ते से पुलिस और रामपाल समर्थकों के बीच चल रहा तनावपूर्ण गतिरोध समाप्त हो गया. इससे पहले आज आश्रम से करीब 15000 समर्थकों को बाहर निकाला गया. हत्या के आरोपी, 63 […]

बरवाला (हिसार): ‘स्वयंभू संत’ रामपाल को बुधवाररात तकरीबन 9 बजकर 15 मिनट पर उनके आश्रम से गिरफ्तार कर लिया गया और इस तरह दो हफ्ते से पुलिस और रामपाल समर्थकों के बीच चल रहा तनावपूर्ण गतिरोध समाप्त हो गया. इससे पहले आज आश्रम से करीब 15000 समर्थकों को बाहर निकाला गया.

हत्या के आरोपी, 63 वर्षीय संत रामपाल को आजहिसार की एक अदालत में पेश किया जाएगा. पुलिस महानिदेशक एस.एन. वशिष्ठ ने कहा कि विवादास्पद ‘स्वयंभू संत’ को एक अभियान के बाद हिरासत में ले लिया गया है. ये अभियान ‘बहुत मुश्किल’ था क्योंकि सुरक्षा बलों को रामपाल के निजी कमांडों के विरोध का सामना करना पड़ा.

पानीपत के पुलिस अधीक्षक सतीश बालन ने कहा कि रामपाल ने समर्पण नहीं किया बल्कि उसे उसके हिसार के बरवाला स्थित ‘सतलोक आश्रम’ से गिरफ्तार किया गया. उधर आश्रम में चार महिलाओं की रहस्यमयी परिस्थिति में मृत्यु हो गयी और दो अन्य लोगों की अस्पताल में मौत हो गयी.

बहुत मुश्किल था पुलिस के लिए ये अभियान

बालन ने कहा, ‘‘रामपाल को उसके सतलोक आश्रम से गिरफ्तार कर लिया गया है. उसे मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा है जिसके बाद कल सुबह उसे हिसार में एक अदालत में पेश किया जाएगा.’’ आश्रम में बड़ी संख्या में फंसे लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए पूरे अभियान को बड़ी सावधानी से संचालित किया गया. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें खुशी है कि पूरा अभियान शांतिपूर्ण रहा.’’

रामपाल की गिरफ्तारी रात को महिलाओं, बच्चों और बूढों सहित 15 हजार से ज्यादा अनुयाइयों को बाहर निकालने के बाद हुई. इन लोगों को 12 एकड़ के भू-भाग में फैले आश्रम के अंदर जबरन रखा गया था ताकि वे रामपाल के लिए मानव कवच का काम कर सकें.

गिरफ़्तारी के पहले पुलिस ने मीडिया के लोगों को आश्रम से बाहर निकाल दिया था. उसी वक्त ये अंदाजा लगाया जाने लगा था कि शायद अब रामपाल की गिरफ्तारी होने वाली है.

रामपाल का चेहरा ढककर, एम्बुलेंस में ले गई पुलिस

गौरतलब है कि पुलिस संत रामपाल के चेहरे को ढककर, उन्हें एम्बुलेंस में भारी पुलिस सुरक्षा के बीच गिरफ्तार करके ले गई है. आम जनता और मीडिया से छिपाकर हरियाणा पुलिस संत रामपाल को लेकर गई है. आश्रम के बाहर भारी संख्या में लोग मौजूद थे. माना जा रहा है कि संत रामपाल की सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने अंधेरा होने तक का इंतजार किया ताकि उसके बाद रामपाल को आसानी से आश्रम से निकाला जा सके.

सुरक्षाकर्मियों ने कल शाम अपने अभियान को रोक दिया था ताकि अनुयायी बाहर निकल सकें. रामपाल के कुछ अनुयायी अब भी आश्रम के अंदर बताए जाते हैं जिसे स्वयंभू ‘संत’ ने किले में तब्दील कर रखा था. उनकी गिरफ्तारी के बाद बरवाला और आसपास के इलाकों में स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए.

रामपाल के विरोध में उनके आश्रम की ओर जा रहे प्रदर्शन मार्च को रोका गया

बड़ी संख्या में लोग हिसार-अंबाला हाईवे पर स्थित शहर से ‘स्वयंभू संत’ रामपाल के विरुद्ध प्रदर्शन करते हुए सतलोक आश्रम की ओर जा रहे थे लेकिन वहां भारी संख्या में तैनात सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया.

पुलिस ने बताया, ‘‘बरवाला शहर और आसपास के गांवों के लोगों में बाबा रामपाल के खिलाफ काफी असंतोष है और वे आश्रम की ओर बढने की कोशिश कर रहे हैं.’’ उनका कहना है कि भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती के कारण स्थिति को बिगड़ने से रोक लिया गया. पुलिस ने बताया कि केंद्र सरकार ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की दो अतिरिक्त कंपनियां भेजी हैं जिन्हें आश्रम के आसपास तैनात किया गया है. अज्ञात लोगों ने बानबोरी गांव के पास कुछ वाहनों को आग के हवाले कर दिया. पुलिस इन वाहनों को कल आश्रम के पास से हटाकर यहां लायी थी.

हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भी रामपाल की गिरफ्तारी होने तक अभियान जारी रहने की बात कर चुके थे. रामपाल की गिरफ्तारी के बाद बाहर लोग हरियाणा पुलिस जिंदाबाद के नारे लगाते भी देखे गए.

पुलिस का कहना है कि असामाजिक तत्वों ने कुछ कारों सहित कई वाहनों को आगे के हवाले कर दिया. मामले की जांच की जा रही है.

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