सूवा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिन के दौरे पर आज रात फिजी पहुंचे. इस दौरे में वह फिजी में अपने समकक्ष फ्रैंक बैनीमरामा के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. पिछले 33 साल में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली फिजी यात्रा है.
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ऑस्ट्रेलिया दौरा खत्म कर फिजी पहुंचे मोदी
सूवा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिन के दौरे पर आज रात फिजी पहुंचे. इस दौरे में वह फिजी में अपने समकक्ष फ्रैंक बैनीमरामा के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. पिछले 33 साल में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली फिजी यात्रा है. ऑस्ट्रेलिया के चार शहरों के व्यस्ततम दौरे के बाद मोदी मेलबर्न से भारतीय वायु […]
ऑस्ट्रेलिया के चार शहरों के व्यस्ततम दौरे के बाद मोदी मेलबर्न से भारतीय वायु सेना के एक विशेष विमान से सूवा पहुंचे.
तीन देशों की दस दिवसीय यात्रा पर निकले मोदी के दौरे का आखिरी पडाव फिजी है. पिछले सप्ताह वह पूर्वी एशिया और आसियान शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए म्यामांर गए थे.
फिजी के दौरे में मोदी बैनीमरामा के साथ द्विपक्षीय वार्ताएं करेंगे, संसद को संबोधित करेंगे और 12 प्रशांत आईलैंड देशों के नेताओं तथा प्रतिनिधियों से मिलेंगे. भारत से रवाना होने से पहले फिजी के बारे में मोदी ने कहा था कि सितंबर माह में लोकतंत्र की वापसी के बाद इस देश की यात्रा करना उनका विशेषाधिकार होगा.
मोदी ने कहा था ‘‘हमारे मंगल मिशन में सहयोग देते हुए उन्होंने हमारे वैज्ञानिकों की अपने यहां मेजबानी की जिसके लिए हम उनके आभारी हैं. फिजी जाने को लेकर मैं रोमांचित हूं क्योंकि वहां मुङो 12 पैसेफिक आइलैंड देशों के नेताओं और प्रतिनिधियों से मिलने का अवसर मिलेगा.’’ वर्ष 1981 में इंदिरा गांधी फिजी गई थीं. उनके बाद मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं जो इस पैसेफिक आइलैंड देश की यात्रा पर आए हैं.
करीब 849,000 लोगों की आबादी वाले देश फिजी में करीब 37 फीसदी लोग भारतीय मूल के हैं. ज्यादातर भारतीय 19 वीं सदी में श्रमिकों के तौर पर फिजी आए थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से पहले, फिजी में उनके समकक्ष बैनीमरामा ने कल कहा था कि मोदी की यह यात्रा उनके देश के लिए क्षेत्रीय नेता के तौर पर अपनी स्थिति को मजबूत करने का एक अवसर है. मोदी के दौरे के ठीक बाद, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग भी फिजी आएंगे.
बैनीमरामा ने यहां ‘‘हेड्स ऑफ मिशन्स कन्सल्टेशन्स’ में कहा ‘‘यह हमारे लिए न सिर्फ फिजी में इन नेताओं का स्वागत करने का अवसर है बल्कि हमारे द्वीपक्षीय पडोसी देशों के नेताओं की मेजबानी करने तथा अपनी क्षेत्रीय स्थिति को मजबूत करने का भी मौका है.
फिजी के प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी की यह यात्रा वैश्विक समुदाय में फिजी के नए दर्जे का प्रतीक है. ‘‘इसमें कोई शक नहीं है कि इस यात्रा के रणनीतिक पहलू भी हैं. भारत और चीन उभरती वैश्विक शक्तियों के तौर पर यहां अपनी अधिक उपस्थिति दर्शाना चाहते हैं. लेकिन वह भी साथ आना चाहते हैं क्योंकि वह फिजी को महत्वपूर्ण मानते हैं.’’
बैनीमरामा ने कहा कि फिजी और भारत के लंबे समय से करीबी दोस्ताना रिश्ते रहे हैं और प्रधानमंत्री मोदी इन ऐतिहासिक जुडाव को जानते हैं. वह कई तरह से हमारे देश को विकास में मदद करना चाहते हैं जिस बारे में हम चर्चा करेंगे.फिजी और भारत के संबंध 135 साल पुराने हैं. वर्ष 1970 में दोनों देशों के बीच औपचारिक कूटनीतिक संबंध स्थापित हुए. मोदी बृहस्पतिवार की सुबह भारत वापस जाएंगे.
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