लखनऊ : टीम इंडिया के बायें हाथ के बल्लेबाज सुरेश रैना अब अपने कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी के नक्शेकदम पर चलना शुरू कर दिया है. धौनी के बाद अब रैना ने भी क्रिकेट के अलावा अन्य खेलों में भी रूची दिखानी शुरू कर दी है.
सुरेश रैना ने भी हॉकी में दिलचस्पी दिखाते हुए हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) की ‘यूपी विजार्ड्स’ टीम के सहस्वामी के तौर पर नयी पारी के आगाज का आज एलान किया. रैना ने एचआईएल की लखनऊ फ्रेंचाइजी यूपी विजार्ड्स से सहारा इंडिया के साथ सहस्वामी के तौर पर जुडने की घोषणा करते हुए संवाददाताओं से कहा कि यह उनके लिये यादगार दिन है और अपने राष्ट्रीय खेल यानी हाकी से जुडकर वह गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि क्रिकेट खिलाडियों के हॉकी और फुटबॉल से भी जुडने इन खेलों के विकास में खासी मदद मिलेगी. उत्तर प्रदेश हाकी का हब रहा है और इस धरती से मेजर ध्यानचंद, के. डी. सिंह बाबू समेत अनेक महान खिलाडी निकले हैं, लिहाजा इस सूबे में हाकी को बढावा देने की वह हर मुमकिन कोशिश करेंगे. भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान धौनी भी हाल में एचआईएल की रांची फ्रेंचाइजी रांची रेज से सहस्वामी के बतौर जुड चुके हैं.
बायें हाथ के तेजतर्रार बल्लेबाज रैना ने कहा कि हाकी ज्यादा चुनौतीपूर्ण खेल है क्योंकि इसमें कहीं ज्यादा अच्छे फिटनेस स्तर की जरुरत होती है.रैना ने इंडियन प्रीमियर लीग में फिक्सिंग से जुडे अन्य सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया.क्रिकेट के तीनों प्रारुपों में शतक लगा चुके इस बल्लेबाज ने ऑस्ट्रेलिया के आगामी दौरे के बारे में कहा कि वह इसके लिये खास तैयारी कर रहे हैं.
रैना ने कहा ऑस्ट्रेलिया की पिचें काफी तेज हैं. मैं उन पर बेहतर ढंग से खेलने की खास तैयारी कर रहा हूं. खासकर शार्टपिच गेंदें खेलने का काम कर रहा हूं. इंडिया की बेहतरीन बल्लेबाजी लाइनअप है. रोहित के आने से टीम और मजबूत हुई है. साथ ही और विकल्प भी मिल गये हैं. काफी समय बाद टेस्ट टीम में अपनी वापसी के बारे में रैना ने कहा कि वह पहले भी अच्छे प्रदर्शन की कोशिश करते रहे हैं लेकिन अब निरन्तर अच्छा खेलकर टेस्ट टीम में स्थायी जगह बनाने का प्रयास किया जा रहा है.
सहारा के कारपोरेट मामलों के प्रमुख अभिजीत सरकार ने इस मौके पर यूपी विजार्ड्स के सहस्वामी के तौर पर रैना का स्वागत करते हुए कहा कि क्रिकेट खिलाडियों का दुनिया की एकमात्र हाकी लीग को समर्थन करना सम्मान की बात है. उन्होंने कहा कि भारतीय हाकी का भविष्य उज्ज्वल है और विभिन्न लीग टूर्नामेंट से नयी प्रतिभाओं को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपना दमखम दिखाने का मौका मिलता है.