कोलकाता : कुणाल घोष द्वारा आत्महत्या की कोशिश का मामला आज बंगाल विधानसभा में भी उठा. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एसीसीआई के विधायक डॉ तरुण नश्कर के प्वाइंट ऑफ इंफॉरमेशन का जवाब देते हुए सदन को बताया कि जांच के लिए गृह सचिव वासुदेव बनर्जी के नेतृत्व में एक जांच कमेटी का गठन किया गया है.
वह स्वयं इस मामले पर नजर रखे हुईं हैं. कुणाल घोष अभी एसएसकेएम अस्पताल में भरती हैं. उनकी स्थिति सामान्य है. घटना के बाद प्रेसीडेंसी सुधार गृह के अधीक्षक, उनका इलाज कर रहे डॉक्टर और ऑन ड्यूटी स्टॉफ को निलंबित कर दिया गया है. गौरतलब है कि जेल में कुणाल घोष को प्रतिदिन नींद की दवा दी जाती थी. लेकिन डॉक्टर ने उन्हें दवा की पूरी स्ट्रीप ही दे दी थी, जिसका उपयोग कुणाल घोष ने आत्महत्या के प्रयास में किया. मामले की जांच सीबीआई कर रही है.
घटना के बाद सीबीआई की विशेष अपराध शाखा ने आज कहा कि वह जेल अधिकारियों से इस बाबत पूछताछ करेगी कि घोष तक दवाइयां कैसे पहुंची.
सीबीआई सूत्रों ने प्रेस ट्रस्ट को बताया कि यह गंभीर चिंता का मामला है और यह समझ पाना बेहद मुश्किल है कि घोष तक दवाइयां पहुंचीं कैसे? दवाइयां खाकर ही घोष ने कथित तौर पर आत्महत्या का प्रयास किया था.