ने पई ताव : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रुस के प्रधानमंत्री दमित्री मेदवेदेव के बीच आज मुलाकात हुई. इस मुलाकात के बाद मेदवेदेव ने कहा कि भारत रुस का करीबी और मूल्यवान सहयोगी है. वर्षो से दोनों देश के संबंध गहरे रहे हैं. दोनों देशों के पीएम की मुलाकात अगले महीने वार्षिक शिखरवार्ता में फिर एक बार होगी.रुस के प्रधानमंत्री से मुलाकात, मोदी के म्यांमार, ऑस्ट्रेलिया और फिजी की 10 दिवसीय यात्रा के तीसरे दिन उनकी पहली राजनयिक वार्ता थी. उन्होंने भारत-आसियान और पूर्व एशिया शिखर सम्मेलनों से इतर मुलाकात की.
म्यांमार इंटरनेशनल कांफ्रेंस सेंटर में मुलाकात के दौरान मेदवेदेव ने भारत-रुस रिश्तों पर चर्चा करते हुए मोदी से कहा, ‘‘भारत हमारे लिए करीबी और मूल्यवान साझेदार है.’’ जवाब में मोदी ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत होंगे. मोदी ने 2001 में हुई अपनी रुस यात्र को भी याद किया.
इस दौरान मोदी ने दोनों देशों की संघीय इकाइयों-राज्यों और क्षेत्रों के और अधिक सहयोग की जरुरत भी बताई जिसका मेदवेदेव ने समर्थन किया. रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अगले महीने 15वीं वार्षिक भारत-रुस शिखरवार्ता के लिए नई दिल्ली आ रहे हैं. जुलाई में ब्राजील में ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन से इतर पुतिन के साथ अपनी पहली मुलाकात में मोदी ने परमाणु, रक्षा और उर्जा क्षेत्रों में रुस के साथ भारत की रणनीतिक साङोदारी को बढाने की वकालत की थी.
प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को वार्षिक शिखरवार्ता के लिए उनकी भारत यात्र के दौरान कुडनकुलम परमाणु उर्जा संयंत्र का भ्रमण करने का भी न्योता दिया था. मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर रुस के अस्त्रखान क्षेत्र की अपनी यात्र के दिनों को भी याद किया. पुतिन ने कहा कि रुस रणनीतिक रुपरेखा में भारत के साथ अपने रिश्तों को काफी महत्व देता है.