लंदन : महान क्रिकेटर और मास्टर ब्लास्टर की उपाधि प्राप्त सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट मैच की वकालत की है. उन्होंने कहा कि ट्वेंटी – 20 की बढ़ती लोकप्रियता के बावजूद टेस्ट मैच हमेशा सर्वोच्च रहेगा. हालांकि उनका मानना है कि छोटे प्रारुप से खिलाडि़यों को अपनी तकनीक में कुछ नया करने में मदद मिली है.
तेंदुलकर ने लार्ड्स मैदान पर अपनी आत्मकथा प्लेइंग इट माइ वे के विमोचन पर पत्रकारों से कहा, सभी तीनों प्रारुपों का अपना खास स्थान है लेकिन मेरे अनुसार टेस्ट क्रिकेट हमेशा शीर्ष पर रहेगा.
उन्होंने कहा,कोई भी खिलाडी जो टेस्ट क्रिकेट में दिलचस्पी रखता हो वह कभी केवल टी20 खेलकर संतुष्ट नहीं हो सकता. यदि आप अधिकतर खिलाडियों से पूछोगे तो वे टेस्ट क्रिकेट को नंबर एक खेल बतायेंगे. तेंदुलकर ने हालांकि टी20 के प्रभाव का भी जिक्र किया जिससे इस खेल से नये दर्शक जुडे और खिलाडियों ने अपने शॉट में प्रयोग शुरु किये.
इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियन्स की तरफ से खेल चुके तेंदुलकर ने कहा, टी20 ने अलग तरह के दर्शकों को क्रिकेट की तरफ आकर्षित किया है और यदि खेल को अधिक लोग देख रहे हैं तो यह खेल के लिये अच्छा है.
उन्होंने कहा, टी20 रोमांचक है. इसमें आप कई तरह के प्रयोग कर सकते है. इसमें आप कुछ नया कर सकते हैं. टी20 के कारण ही आप वनडे में भी इतने बडे स्कोर देख रहे हो. यहां तक कि टेस्ट क्रिकेट में भी अब खिलाडी रिवर्स स्वीप करने लगे हैं जबकि पहले ऐसा नहीं होता था.