इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने अपनी हिमाकर की हदों को पार करते हुए आज कश्मीरी अलगाववादियों का स्वतंत्रता सेनानी कहा है. रक्षा मंत्री अरूण जेटली ने पाकिस्तान से दो टूक कहा था कि अलगाववादियों से संपर्क रखते हुए बातचीत संभव नहीं. इसपर पाकिस्तान की ओर से कहा गया कि बिना कोई शर्त के ही वह भारत के साथ बात करेगा.
उसने यह भी कहा कि कश्मीर के अलगाववादी बागी नहीं बल्कि स्वतंत्रता सेनानी हैं. पाकिस्तानी विदेश कार्यालय की प्रवक्ता तसनीम असलम ने कहा, कश्मीरी (हुर्रियत) भारतीय अलगाववादी नहीं हैं. वे लोग स्वतंत्रता सेनानी हैं. वे एक कब्जे वाले क्षेत्र से हैं जिसे संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव से मान्यता मिला हुआ है.
हालांकि, विदेश कार्यालय द्वारा बाद में जारी किए गए आधिकारिक बयान में इन टिप्पणियों का जिक्र नहीं किया गया है, पर कहा गया है कि कश्मीरी भारतीय अलगाववादी नहीं हैं, बल्कि वे कब्जे वाले क्षेत्र के लोग हैं जो आत्मनिर्णय के अपने अधिकार के लिए लड़ रहे हैं जिसे संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव द्वारा मान्यता प्राप्त है.
मूल उद्धरण को पाकिस्तान में सरकारी रेडियो पाकिस्तान सहित विभिन्न खबरिया वेबसाइटों ने जारी किया है. प्रेस ब्रीफिंग की वीडियो भी उपलब्ध है. दरअसल, वह एक पाकिस्तानी टीवी पत्रकार के सवाल का जवाब दे रही थी जिसके जरिए जेटली की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया मांगी गयी थी.
उन्होंने जेटली की इन टिप्पणियों पर भी तीखी प्रतिक्रिया जतायी जिसके तहत रक्षा मंत्री ने कहा था कि पाकिस्तान को यह फैसला करना चाहिए कि वह भारत से बात करना चाहता है या अलगाववादी कश्मीरी नेताओं से. तसनीम ने कहा कि वार्ता प्रक्रिया में पाकिस्तान किसी शर्त को स्वीकार नहीं करेगा.
पाकिस्तान से एक सतर्क विकल्प चुनने को कहते हुए जेटली ने कल कहा था कि उसे इस बारे में एक सीमा रेखा खींचनी चाहिए कि वह भारत सरकार से बात करना चाहता है या फिर भारत को तोडने की इच्छा रखने वालों से बात करना चाहता है.